बीगोद– कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द मे संचालित इंदिरा रसोई चुनाव आचार संहिता लगते ही रविवार को ठैकेदार की लापरवाही अनदेखी मनमानी के चलते रविवार ईन्दीरा रसोई नही खुली ताले लटके मिलने से रोज कमाने वाले व सड़कों पर ही अपना गुजारा करते जिनके पास भोजन के लिए पैसे नहीं वो परेशान होकर इधर-उधर भटकते रहे लेकिन सुध लेने वाला कोई नही था।
इस दौरान राजस्थान सरकार की योजना को पलीता लगाते नियमों अवलेहना के साथ आमजन ने ठैकेदार के विरुद्ध कडी कार्यवाही की मांग । सरकार के आदेश व नियम के चलते ईन्दिरा रसोई एक भी दिन बंद नही की जाती फिर थोड़े संचालित होने के श बाद रविवार को इंदिरा रसोई के ताला लटका मिला।
दूसरा कई दिनों से संचालित इंदिरा रसोई में नेट की सुविधा ना होने से टोकन मोबाइल द्वारा काटने से परेशानी हो रही। साथ ही इनवर्टर की सुविधा नहीं है परिसर में जगह-खड़े व्याप्त है, टेबल कुर्सी रखना व छाया की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। दूसरा इंदिरा रसोई का परिसर बहुत छोटा होने से इंदिरा रसोई को अन्यत्र लगाने की लोगों ने मांग की ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हॉस्पिटल परिसर में होने से अनेक बीमारियों के मरीज यहां आते हैं उसे दौरान खाना खाने के दौरान परेशानी होती है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर व राज्य सरकार से ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की। कलस्टर अधिकारी कमला खंडारा ने बताया की तीन कर्मचारी लगाया ईन्दीरा नायक, विमला दरोगा, रतनी बाई तीन कर्मचारी लगे हुए थे।
उनको हटाकर अपने चहेते कर्मचारियों को लगाया।
(फोटो कैप्शन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित इंदिरा रसोई बंद का एक दृश्य)
फोटो प्रमोद कुमार गर्ग