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परतावल महराजगंज
जनपद महराजगंज के नगर पंचायत परतावल में कूड़ा-कचरा प्रबंधन व्यवस्था फेल है।
नगर पंचायत का कूड़ा मेहाबार में सड़क मार्ग के किनारे डंप किया जा रहा है। इस कारण इधर से गुजरने वालों को मुंह पर रुमाल बांधकर निकलना पड़ रहा है।
परतावल नगर पंचायत का सृजन हुए लगभग तीन वर्ष हो गए। नगर पंचायत प्रशासन आज तक कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं कर सका है। प्रतिदिन नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों से तीन से चार गाड़ी कूड़ा निकलता है। इसे कर्मचारी मैजिक पीकप से मेहाबार में सड़क के किनारे गिराकर चल देते हैं। सड़क किनारे पड़ा कूड़ा तेज हवा के साथ उड़कर लोगों के खेतों व सड़क पर फैलता है। वहीं, इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को मुंह व नाक ढककर निकलना पड़ता है। भारत सरकार व प्रदेश सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिए तमाम अभियान चला रही है। वहीं मेहाबार में सड़क के किनारे कूड़े की डंपिंग सारे दावों को फेल कर रही है। हालाकिं परतावल में डम्पिंग ग्राउण्ड के जमीन छः माह पहले ही चिन्हिंत की गई थी। निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया बीते दिसम्बर माह में ही हो चुकी है। डम्पिंग ग्राउण्ड निर्माण के लिए दो फर्म का चयन किया गया है। जिसके लिए 75 लाख 84 हजार की भारी भरकम रकम खर्च किया जा रहा है। सारी प्रक्रिया पूरा होने के बावजूद भी डम्पिंग ग्राउण्ड का निर्माण धीमी गति से चल रहा है। नगर के सुनील पाण्डेय का कहना है कि डम्पिंग ग्राउण्ड के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। निर्माण कार्य में निम्न स्तर के ईंट व सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है। विनय यादव ने कहा कि निर्माण कार्य में मानक की अनदेखी की जा रही है। कार्यस्थल पर डिस्प्ले बोर्ड तक नही लगाया गया है। निर्माण में दोयम ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। धीमी गति से निर्माण होने के कारण सड़क किनारे ही कचड़ा फेंका जा रहा है। ऐसे में बरसात होने पर कचड़ा किसानों के खेतों में जाएगा। अधिशासी अधिकारी परतावल देवेन्द्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि परतावल में कूड़ा निस्तारण के लिए जगह मिल गई है। वर्तमान समय में डम्पिंग ग्राउण्ड का निर्माण कार्य चल रहा है। जल्द ही निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।