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महराजगंज
जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार द्वारा जिला स्वास्थ्य समित व एईएस/जेई की तैयारियों की समीक्षा बैठक की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने विगत दिनों प्राथमिक जाँच में दोषी मिले अस्पतालों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि अवैध ढंग से संचालित अस्पतालों व डायग्नोस्टिक सेन्टर पर सख्ती के साथ नकेल कसें।
एईएस/जेई के संदर्भ में जिलाधिकारी ने विद्यालयों व गांवों में इस संदर्भ में जागरूकता व स्वच्छता अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्यालयों में एमओआईसी, एएनएम और आशा का मोबाइल नंबर अंकित करवाने का निर्देश दिया ताकि शिक्षक एईएस/जेई के संदिग्ध मामलों से तत्काल अवगत करा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एमओआईसी व संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि जनपद में एईएस/जेई से मौते न होने पाएं। इसके लिए उन्होंने ब्लॉक स्तर पर आशाओं की संक्षिप्त, सरल व प्रभावी प्रशिक्षण का निर्देश दिया। जिलाधिकारी महोदय ने पिछले पाँच वर्षों में एईएस/जेई के कारण विकलांग हुए बच्चों की सूची बनाकर उन्हें अनुदान दिलवाने का निर्देश सीएमओ को दिया। गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों की लिस्टिंग कर उन्हें सीआरसी, गोरखपुर भेजकर उनकी फिजियोथेरेपी करवाने के लिए भी निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने प्रशिक्षित डॉक्टरों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को तेज करने और झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्यवाही का निर्देश दिया। जिलाधिकारी महोदय ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं के रिकॉर्ड दुरुस्त करने व सरकारी अस्पतालों को बिचौलियों से मुक्त रखने के संदर्भ में कठोर निर्देश दिया।स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने सभी योजनाओं को धरातल पर प्रभावी रूप से लागू करने और इसके लिए ब्लॉक स्तर पर नियमित समीक्षा हेतु सभी एमओआईसी को निर्देशित किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक ब्लॉक अपनी प्रगति की बिंदुवार पिछले वर्ष के सापेक्ष तुलनात्मक रिपोर्ट बनाकर उन्हें प्रस्तुत करेंगे।बैठक में सीएमओ डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार, सीएमएस डॉ. एम. भास्कर, एसीएमओ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद व जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक कुमार सिंह समेत सभी एमओआईसी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।