टीम आईबीएन न्यूज
आयकर विभाग ने माफिया मुख्तार अंसारी पर डंडा चलाते हुए उसकी डेढ़ करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति अटैच कर ली। यह संपत्ति लखनऊ के डालीबाग इलाके में स्थित है। इसके पहले गाजीपुर पुलिस भी इस संपत्ति को कुर्क कर चुकी थी।
मुख्तार अंसारी पर हमले के मामले में रमेश की गवाही खत्म
लखनऊ कैंट थानाक्षेत्र में हमले के मामले में माफिया मुख्तार अंसारी ने गवाह की गवाही न कराने की मांग की। आशंका जताई है कि गवाह टूट सकता है। एमपी-एमएलए के विशेष न्यायाधीश हरबंस नारायण ने मुख्तार के गवाह रमेश की गवाही को समाप्त कर दिया। अगली गवाही के लिए 16 अक्तूबर की तारीख तय की है।
और समाप्त हो गयी चालक रमेश की गवाही अगली गवाही 16 को
इससे पहले मुख्तार अंसारी की ओर से कोर्ट में अर्जी देकर बताया गया कि वह मामले का वादी है और उसने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए रमेश को तहरीर लेकर भेजा था जिसकी शनिवार को गवाही होनी है। विपक्षी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह समेत अन्य ने गवाह रमेश को पैसों का लालच और धमकी देकर पक्ष में गवाही देने के लिए मजबूर कर दिया है।
लिहाजा रमेश की गवाही को डिस्चार्ज कर दिया जाए। दूसरी ओर, ब्रजेश सिंह के वकील अवधेश सिंह और वरुण चंद्रा ने आरोपों को झूठा और निराधार बताया है।
सरकारी वकील ने भी किया मोख्तार की अर्जी का समर्थन
सरकारी वकील ने भी मुख्तार की अर्जी का समर्थन करते हुए बताया कि गवाह रमेश ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ गाजीपुर जनपद के मरदह थाने में 15 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई है। लिहाजा गवाह की गवाही नहीं करानी चाहिए। कोर्ट ने गवाह रमेश को गवाही से डिस्चार्ज करने का आदेश दिया।
राकेश की रिपोर्ट