रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। विकास प्राधिकरण गोरखपुर के आरोपी लोक सेवकों द्वारा निर्धारित कर्तव्य एवं दायित्व में कोताही कर नित्य किए जा रहे भ्रष्टाचार के परिणाम स्वरूप बगैर स्वीकृत मानचित्र व पार्किंग के अवैध निर्माण व संचालित हॉस्पिटल नर्सिंग होम रेस्टोरेंट्स पैथोलॉजी का धंधा जोरों पर है और शासकीय प्रशासकीय तंत्र धन उगाही में मशगूल है जिसके विरुद्ध अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर भारी बरसात के दौरान चल रहे सत्याग्रह संकल्प के 43 में दिन उपस्थित कार्यकर्ताओं को शैलेंद्र कुमार विच संस्थापक महासचिव ने संबोधित करते हुए कहा कि सीएम सिटी में चल रहे 43 दिन के सत्याग्रह संकल्प पर प्रशासकीय की उदासीनता संगठित भ्रष्टाचार की एकजुटता को उजागर करती है जिसे संगठन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा और शासकीय की उदासीनता के परिणाम स्वरूप पुष्पित पल्लवित हो रहा है प्रशासकीय संवेदनहीनता इस बात को उजागर करती है कि व्यवस्था के संगठित पोस्को द्वारा कूट रचित तानाशाही रवैया से सत्याग्रह संकल्प को नजरअंदाज कर लोक हितों को कुचलने षड्यंत्र किया जा रहा है जो लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत हैं जिसके परिणाम स्वरूप नगर नागरिक अप्रिय घटना एवं जाम की समस्या के नित्य शिकार होने के लिए दिवस है और अवैध निर्मित हॉस्पिटल नर्सिंग होम पैथोलॉजी पर आगंतुक बीमार तीमारदार ट्रैफिक पुलिस के कोप भाजन का नृत्य शिकार हो रहे हैं इसका विरोध करना आम नागरिक का नैतिक दायित्व है जिसमें संगठन अग्रणी भूमिका का निर्वहन करते हुए आम नागरिकों का ध्यान आकृष्ट करा कर उक्त दिशा में जागरूक करने की दिशा में सतत प्रयासरत है।