राजघाट पर शवदाह गृह पर वीडियो और फोटो बनाने पर पाबंदी लगाते हुए बैनर लगाए थे।
ब्युरो रिपोर्ट
गोरखपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गोरखपुर प्रशासन अपनी नाकाफी व्यवस्था छिपाने की हर कोशिश कर रहा है। प्रशासन के नाकामी की ऐसी ही एक तस्वीर गोरखपुर में देखने को मिली जब नगर निगम ने शवदाह गृह राजघाट को हाई रिस्क जोन घोषित करते हुए वहां वीडियो, फोटो शूट करने पर रोक लगा दी। प्रशासन ने बाकायदा इसका बैनर भी लगाया, लेकिन सोशल मीडिया पर बढ़ती आलोचना के बाद इसे हटा भी दिया। बीते दिनों नगर निगम ने राजघाट पर शवदाह गृह पर वीडियो और फोटो बनाने पर पाबंदी लगाते हुए बड़े बड़े बैनर लगाए थे। राजघाट पर लगे इस बैनर पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया साइट्स पर बवाल हो गया, जिसके बाद प्रशासन ने पोस्टर हटा दिया है। बता दें नगर निगम द्वारा लगाए गए इस बैनर पोस्टर में लिखा गया था कि शवदाह गृह पर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार किया जा रहा है, इसकी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी करना दंडनीय अपराध होगा। गोरखपुर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में इसे प्रशासन की अपनी अव्यवस्था छिपाने की कोशिश के रूप में देखा गया। जब सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना शुरू हो गई तो रातों-रात ऐसे पोस्टरों को हटा दिया गया है। नगर निगम मीडिया प्रभारी अजय श्रीवास्तव ने बताया कि सोशल मीडिया पर इसे लेकर आलोचना की जा रही थी इसलिए बैनर पोस्टर हटा दिया गया है।