ब्यूरो चीफ मुकेश मिश्र
कैदियों के प्रतिभाओं को उभारने का कार्य किया जा रहा है जेल में
कैदियों के हर सुख सुविधा का ख्याल रखा जा रहा जैसे की आगे चल कैदी अपना आदर्श जीवन यापन कर सके
अम्बेडकरनगर 22 मार्च – अंबेडकरनगर जेल अधीक्षिका हर्षिता मिश्रा ने जब से अंबेडकरनगर जेल का चार्ज लिया है तब से उनके द्वारा कैदियों की समस्याओं का निदान करना ही सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है।कोरोना काल के दौरान जब बंदियों की मुलाकातें बंद थी, परिजनों से मुलाकात नहीं हो सकता था तो लोग अपने जनों का हाल चाल जानने के लिए काफी भी बेबस दिख रहे थे, जेल अधीक्षिका के प्रयास से जेल परिसर में टेलीफोन लगवाया गया जिसमें प्रत्येक कैदियों का दो नंबर रजिस्टर्ड किया गया है जो नंबर रजिस्टर है उस पर कैदी निशुल्क सेवा में 5 मिनट तक बात कर सकता है उस फोन की एक खासियत यह भी है
कि उस फोन में इनकमिंग कॉल की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है केवल आउटगोइंग कॉल ही किया जा सकता है। यह टेलीफोन पूर्णता रिकॉर्डेड होता है ताकि किसी प्रकार का कोई दुरुपयोग ना हो सके। वहीं जेल परिषद में डिजिटल कैंटीन देखने को मिला जो बंदियों की सुविधा के लिए लगवाया गया है लोग मार्केट रेट से कैंटीन का सामान ले सकते हैं। उनका डिजिटल अकाउंट उस कैंटीन में फीड रहता है उनके अकाउंट से ही जो भी वह सामान लेते हैं वह पैसा कट कर उनको पर्ची उपलब्ध हो जाती है, इसके पहले कैदियों को किसी सामान को मंगवाने के लिए सामान की कीमत से अधिक पैसा देना पड़ता था। मीडिया टीम द्वारा देखा गया कि एक कैदी जोकि आजीवन कारावास काट रहा है उसके अद्भुत कला का प्रदर्शन देखने को मिला उस कैदी द्वारा बनाए गए चित्रों में सजीवता की झलक दिखाई पड़ता है,
बातचीत के दौरान उस कैदी ने बताया कि इस पेंटिंग में जो भी सामग्री लगता है जेल प्रशासन व जेल अधीक्षिका द्वारा प्रधान कराया जाता है वही बातचीत के दौरान जेल अधीक्षक हर्षिता मिश्रा ने बताया कि जल्द ही हम जेल परिसर के अंदर गौशाला का निर्माण करेंगे जिससे रोड पर घूम रहे आवारा पशुओं की देखरेख हो सकेगी। इच्छुक बंदियों के रोजगार हेतु माटी द्वारा निर्मित दिये का निर्माण कराया जाएगा, मशीन लगाकर पत्तल का निर्माण किया जाएगा जेल अधीक्षिका ने बताया कि यह सब जिला प्रशासन के सहयोग से संभव हो पाया है आगे भी जिला प्रशासन का सहयोग रहेगा तो यह जेल उत्तर प्रदेश का आदर्श जेल कहलाएगा।