रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म जयंती के अवसर पर शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने प्रशासनिक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित की। कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने मुख्यमंत्री को पुष्प देकर उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की आज पावन जयंती है। पूरे देश के अंदर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 7 वर्ष में समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए लोक कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं। कहीं ना कहीं इन योजनाओं के अंतः करण की प्रेरणा पंडित दीनदयाल जी के विचारों से ही उत्पन्न हुई। पंडित दीनदयाल जी का स्पष्ट मत था कि हमारी योजनाओं का आधार एक संपन्न व्यक्ति नहीं बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठा हुआ व्यक्ति होना चाहिए। उसको केंद्रित करते हुए होनी चाहिए। आज उनका सपना साकार हो रहा है जब हर गरीब को आवास, शौचालय, हर गरीब महिला को ऊर्जा की आवश्यकता के लिए ग्रीन एनर्जी के रूप में मुफ्त एलपीजी कनेक्शन, स्वास्थ्य के लिए हर गरीब को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख का कवर दिया जा रहा है। ऐसी अनेक योजनाओं का लाभ किसी व्यक्ति का चेहरा, जाति, मजहब या भाषा देखकर नहीं किया जा रहा है। अंत्योदय के लक्ष्य को हासिल करते हुए उसे योजना से जोड़कर खुशहाली लाने का कार्य प्रारंभ हुआ है। आज उसी का परिणाम है कि भारत सरकार और प्रदेश सरकार की ओर से लोक कल्याणकारी काम किए जा रहे हैं। कोरोना वायरस के दौरान जो कार्य सरकार की ओर से किए गए हैं। उसने पूरी दुनिया के सामने सरकार का लोक कल्याणकारी चेहरा प्रस्तुत किया है। अब तक महामारी के अलावा भूख से मौत होती थी। एक लोक कल्याणकारी सरकार अपनी मानवीय संवेदना को जनमानस के लिए किस प्रकार प्रकट करती है। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि वर्ष 2020 में 8 महीने तक फ्री राशन लोगों को मुहैया कराया गया है। जिससे 80 करोड़ की जनता लाभान्वित हुई है। वर्तमान में भी मई से लेकर नवंबर तक फ्री राशन मुहैया कराया जा रहा है यानी 24 महीने में 15 महीने मुफ्त राशन सरकार की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में 15 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं। वर्ष 1950 में पंडित दीनदयाल जी ने जिस भारत का अपने शब्दों में वर्णन किया था। सात दशक के बाद सरकार पंडित दीनदयाल जी के संकल्प को साकार कर रही है और एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को भी मजबूत कर रही है। सरकार ने आज पंडित जी की जयंती पर एक गरीब कल्याण मेला, आरोग्य मेला, दिव्यांग जनों के लिए मेला, कृषि उपकरणों के वितरण का भी कार्यक्रम आयोजित किया है। आज के यह कार्यक्रम भी महामानव पंडित दीनदयाल जी के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने का सशक्त माध्यम हैं।