ब्यूरो रिपोर्ट सत्यम सिंह IBN NEWS अयोध्या
अयोध्या सरयू का तेवर गत एक सप्ताह से हाहाकारी बना हुआ है। जलस्तर लगातार 93 मीटर से ऊपर बना हुआ है। मंगलवार को पूर्वाह्न जलस्तर 93.260 मीटर रिकार्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर अधिक है। सरयू के इस तेवर से तटवर्ती इलाकों में दहशत व्याप्त है। रामनगरी के स्नानघाटों पर इक्का-दुक्का सीढि़यां ही डूबने से बची हैं। पक्के घाट के पार सरयू के बेसिन में स्थापित श्मशानघाट जलमग्न हो उठा है और शवों की अंत्येष्टि अन्यत्र करनी पड़ रही है। जिला में सरयू के तटवर्ती करीब दर्जन भर गांव बाढ़ के मुहाने पर हैं और सैकड़ों एकड़ फसल कटान की चपेट में आकर जलमग्न हो उठी है। पूराबाजार संसू के अनुसार सदर तहसील के आधा दर्जन गांवों की सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि सरयू की धारा में समाहित हो गई है।
तहसीलदार सदर विजय कुमार सिंह की देख-रेख में राजस्व निरीक्षक जनार्दन सिंह ,लेखपाल फकीरे प्रसाद एवं लेखपाल रामदेव यादव मौके पर कैंप कर बाढ़ और कटान की निगरानी कर रहे हैं। मांझा मूड़ाडीहा के प्रधान गयाप्रसाद यादव ने बताया कि मांझा पिपरी संग्राम, मांझा सलेमपुर, मांझा उरदहवा, मांझा मूड़ाडीहा बस्ती एवं मांझा पूरेचेतन में तो बाढ़ का पानी सभी खेत-खलिहानों में लबा-लब भर गया है। सरयू के प्रवाह के साथ खेतों के करार कट-कट कर गिर रहे हैं ढ्ढ करीब दर्जन भर किसानों की खड़ी फसल सरयू की धारा में समाहित होती जा रही है। प्रधान ने जिला प्रशासन से मांग की है कि यदि कटान प्रभावित मांझा मूड़ाडीहा-उरदहवा के अस्तित्व को बचाना है तो यहां अविलंब बोल्डर (पत्थर के बड़े टुकड़े ) गिरवा कर कटान को रोकना होगा। मड़ना मांझा के ग्राम प्रधान ओमप्रकाश यादव ने बताया कि यहां कटान का सबसे ज्यादा असर बलुइया एवं सेवरहवा में है।
यहां भी बड़े पैमाने पर गन्ने की खड़ी फसल सरयू के भीतर समा जा रही है। रुदौली संसू के अनुसार तहसील क्षेत्र के कैथीघाट के समीप ग्रामसभा महंगू का पुरवा, सड़री, सल्लाहपुर, नूरगंज, खैरी, पस्ता मा़फी व बरई में कटान तेज हो जाने से किसानों की खेती योग्य जमीन सरयू में समाहित हो रही है। लगभग एक किलोमीटर के रेंज में कटान होने से किसानों में हड़कंप मचा है। बाढ़ से घिरे महंगू का पुरवा व बरई गांव के आस पास जल भराव से मवेशियों के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है। जलभराव से मलेरिया रोग का प्रकोप बढ़ने की आशंका बनी हुई है। खैरी, बरई, सल्लाहपुर, महंगू का पुरवा, नूरगंज, सड़री, गुनौली, पसैया आदि अनेक गांव भी सरयू की बाढ़ से ग्रस्त हैं। कैथी निवासी सरवन सिंह के गन्ने के खेत की कटान जोरो पर है। सरवन सिंह का कहना है की इस महंगाई के दौर में बड़ी मेहनत कर गन्ने की फसल तैयार करी थी, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर है। भुवाल सिंह, बादल सिंह,सूर्य कुमार सिंह, मो.इऱफान, राजेंदर चौरसिया की खेती योग्य जमीन सरयू की लहरों से कट रही है। सल्लाहपुर से महंगू पुरवा जाने वाले मार्ग पर पानी भर गया है। बाढ़ पर रखी जा रही नजर एसडीएम