डूटी व आंखें आकषर्क केन्द्र बनेगी से स्थानीय कलाकार लगे हुये
बीगोद– कस्बे में विजयादशमी को रावण पारम्परिक तरीक़े से दहन होगा जिस को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। रामलीला कमेटी के सदस्यों ने बताया कि रामलीला मंचन के पीछे 3 दिन से स्थानीय कलाकारों द्वारा रावण बनाने में लगे हुए कोरोना काल के 2 वर्ष बाद 45 फिट रावण आतिशबाजी टिमटिमाती आंख डूटी के साथ रामद्वारा रावण का दहन होगा। इस दौरान रावण दहन मैदान में जोरदार आतिशबाजी की जाएगी जिसको देखने के लिए आसपास ग्रामीण लोग भाग लेंगे। कस्बे में हर वर्ष दशहरे के दिन रावण आतिशबाजी द्वारा दहन होता जिसमें स्थानीय कलाकारों , स्थानीय लोगों के सहयोग से रावण अति आकर्षक बनाया जाता । दशहरे के दिन कस्बे के मुख्य मार्गो से शोभा यात्रा निकलती है जिसमें अखाड़े के हैरतअंगेज प्रदर्शन पहलवानों द्वारा किया जाता है। रावण बनाने में रामेश्वर लाल सुथार, घनश्याम सुथार, महावीर सुथार ,राजू सुथार, राजकुमार सुथार, श्यामलाल मुंन्दड़ा ,शंकर सिंह ,प्रह्लाद राय सोडाणी, ओंकार वैष्णव दिन रात लगे हैं
( फोटो कैप्सन– तीन दिन से स्थानीय लोग रावण बनाने में लगे)
फोट़ो–प्रमोद कुमार गर्ग
डूटी व आंखें आकषर्क केन्द्र बनेगी
बनाने में तीन दिन से स्थानीय कलाकार लगे हुये
बीगोद– कस्बे में विजयादशमी को रावण पारम्परिक तरीक़े से दहन होगा जिस को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है। रामलीला कमेटी के सदस्यों ने बताया कि रामलीला मंचन के पीछे 3 दिन से स्थानीय कलाकारों द्वारा रावण बनाने में लगे हुए कोरोना काल के 2 वर्ष बाद 45 फिट रावण आतिशबाजी टिमटिमाती आंख डूटी के साथ रामद्वारा रावण का दहन होगा। इस दौरान रावण दहन मैदान में जोरदार आतिशबाजी की जाएगी जिसको देखने के लिए आसपास ग्रामीण लोग भाग लेंगे। कस्बे में हर वर्ष दशहरे के दिन रावण आतिशबाजी द्वारा दहन होता जिसमें स्थानीय कलाकारों , स्थानीय लोगों के सहयोग से रावण अति आकर्षक बनाया जाता । दशहरे के दिन कस्बे के मुख्य मार्गो से शोभा यात्रा निकलती है जिसमें अखाड़े के हैरतअंगेज प्रदर्शन पहलवानों द्वारा किया जाता है। रावण बनाने में रामेश्वर लाल सुथार, घनश्याम सुथार, महावीर सुथार ,राजू सुथार, राजकुमार सुथार, श्यामलाल मुंन्दड़ा ,शंकर सिंह ,प्रह्लाद राय सोडाणी, ओंकार वैष्णव दिन रात लगे हैं
( फोटो कैप्सन– तीन दिन से स्थानीय लोग रावण बनाने में लगे)
फोट़ो–प्रमोद कुमार गर्ग