अयोध्या ब्यूरो कामता शर्मा
बीकापुर_अयोध्या।
खेतों और सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं से हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है. ऐसे में शासन द्वारा पशु आश्रय स्थल में आवारा पशुओं को रखने की कवायद की गई। बीकापुर ब्लॉक में यह योजना फेल होती दिखाई दे रही है. ब्लॉक क्षेत्र में छुट्टे पशुओं को पशु आश्रय स्थल में संरक्षित करने में लापरवाही जारी है। छुट्टे पशु फसलों को बर्बाद कर रहे हैं, लेकिन इसको लेकर जिम्मेदार कौन है?।
ग्रामीण अंचल में तमाम गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में आवारा पशु खेतों में घुसकर फसलों को चट कर रहे हैं।
किसान रातो में जागकर फसलों की रखवाली करने पर मजबूर हो रहे है। आवारा पशु खेतों में घुसकर किसानों की खून पसीने से सिचाई की गन्ना, सब्जी, मूंग, उड़द आदि की फसल को चट कर रहे हैं। शाम ढलते ही गोवंश का रुख खेतों की ओर हो जाता है।
अनेक किसानों ने फसल को आवारा गोवंश से बचाने के लिए अपने खेतों के चारों और रस्सियों से बाध लगा रखी है। लेकिन यह रस्सियां भी गोवंश को खेतों में घुसने से नहीं रोक पा रही है। मजबूरन किसानों को रातों में आवारा गोवंश से अपनी फसल को बचाने के लिए खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है।
सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने जगह-जगह गौशाला खुलवा रखी है। लेकिन फिर भी बड़ी तादाद में छुट्टा पशु घूम रहे हैं। आवारा गोवंश की समस्या से किसानों को निजात नहीं मिल पा रही है। लेकिन उच्चाधिकारियों का इस और कोई ध्यान नहीं है। आवारा गोवंश की समस्या जस की तस बनी हुई है। किसानों का कहना है कि आवारा गोवंश खून पसीने से तैयार की गई फसल को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
रात्रि में लाठी और टोर्च लेकर किसान खेतों की रखवाली करने पर मजबूर हो रहे हैं।
बीकापुर कस्बे में भी काफी संख्या में आवारा जानवर प्रयागराज हाईवे और मिलिट्री ग्राउंड में मौजूद रहते हैं।
प्रयागराज हाईवे पर छुट्टा पशुओं के चलते अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। क्षेत्र के जागरूक लोगों द्वारा जिम्मेदारों पर उदासीनता और अनदेखी का आरोप लगाया है। और काफी संख्या में मौजूद छुट्टा पशुओं को गौशाला भेजे जाने की मांग की है।