किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती, किसान जागृति के रूप में सरकार की तरफ से मनाया जाए- प्रदेश उपाध्यक्ष
टिकैत का संपूर्ण जीवन किसान हित के लिए समर्पित रहा है। वह सही मायनों में किसानों के मसीहा थे- सिद्धनाथ सिंह
मीरजापुर। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ने शुक्रवार को भाकियू के संस्थापक स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 88वीं जयंती मनाई। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह द्वारा सैकड़ो किसानों के साथ अपने सोनपुर अहरौरा आवास पर स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के प्रतिमा पर 88वीं जयंती मनाई गई। प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि महेंद्र सिंह टिकैत का संपूर्ण जीवन किसान हित के लिए समर्पित रहा है। वह सही मायनों में किसानों के मसीहा थे। उन्होंने कहा कि हमें उनकी संघर्षों को भूलना नहीं चाहिए। और अनेकों आंदोलन इसके गवाह हैं। उनके आंदोलन की न केवल किसानों बल्कि समाज के हर वर्ग पर अमित छाप पड़ी है। उनकी तर्कशक्ति बड़ी ग़ज़ब की थी।
उन्होंने किसान को शासन एवं प्रशासन के शोषण के ख़लिफ़ खड़ा होना सिखाया। हमें उनके दिखाई हुए रास्ते पर चलना है। और उन्होंने कहा कि किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती किसान जागृति के रूप में सरकार की तरफ से मनाया जाए व छुट्टी घोषित किया जाए, दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का स्थापित किया जाए, तीसरा किसानों के सभी प्रकार के कर्ज माफ किया जाए, पांचवा किसानों को 24 घंटे बिजली दिया जाए व किसानों का मुक्त बिजली हरियाणा पंजाब की तरह दिया जाए और जो भी किसान 60 वर्ष के हो चुके हैं उनको पांच हजार रुपये पेंशन दिया जाए, किसानों के कृषि संबंधित 18 परसेंट जीएसटी समाप्त किया जाए। अध्यक्षता किसान रामचन्द्र यादव ने की। इस दौरान स्वामी दयाल सिंह, परशुराम मौर्य, राम श्रृंगार सिंह, नरेंद्र शर्मा, रामनरेश पाल, गुलाब, रघुवीर, रामविलास, राजेंद्र, हौसिला प्रसाद, मधुसूदन, राजकुमार प्रसाद के साथ आदि किसान मौजूद रहे।