फुलवारी शरीफ में प्रोपर्टी डीलर की गोली मार हत्या-
हथिदह में भी कबड्डी खिलाड़ी अमन की गोली मार हत्या दोनों घटना के पीछे आपसी रंजिश व विवाद
सालभर पहले अमन के पिता की भी हुई थी हत्या बबलू की हत्या के बाद महंगुपुर गांव में तनाव
पटना/ फुलवारी शरीफ । जानीपुर थाने के महंगुपुर गांव में शुक्रवार की सुबह सात बजे प्रोपर्टी डीलर बबलू सिंह (40 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। हत्या का आरोप उसी गांव के रहनेवाले संतोष कुमार, उसके भाई संटू, बिट्टू व अन्य पर लगा है। सभी आरोपी अपना घर छोड़कर फरार हैं। बबलू की बहन आभा देवी फुलवारी शरीफ के गोनपुरा पंचायत की मुखिया है।
पुलिस के मुताबिक बबलू सिंह से संतोष कुमार दो लाख रुपए उधार ले रखा था। रुपए लेने के बाद वह नहीं लौटा रहा था। काफी दिनों से संतोष गांव छोड़कर फरार था। गुरुवार की रात उसके पिता महानंद की मौत हो गयी। शुक्रवार की सुबह वह अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए गांव आया था। उसके साथ उसका भाई संटू ,बिट्टू व बहनोई दीपक भी था। वह जैसे ही गांव में पहुंचा बबलू सिंह उसे पकड़ लिया और अपने पैसे की मांग करने लगे। दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं होने लगी।
इसी बीच संटू अपने कमर से पिस्टल निकाला और बबलू पर ताबड़तोड़ दो-तीन राउंड फायरिंग कर दी। गोली लगते ही बबलू की मौत मौके पर ही हो गयी। उसकी हत्या करने के बाद सभी आरोपी गांव छोड़कर फरार हो गए। बबलू की हत्या के बाद गांव में हड़कंप मच गया। लोग हंगामा करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दी गयी है। घर में कोई पुरुष सदस्य के नहीं होने से संतोष के पिता महानंद का देर शाम तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था।फुलवारी शरीफ डीएसपी रामाकांत के मुताबिक पैसे की लेने-देन में बबलू हत्या हुई है। संतोष, बिट्टू, संटू व दीपक के खिलफ नामजद एफआईआर दर्ज की गयी है। सभी आरोपी फरार हैं।
उधर मोकामा के हथिदह थाने के औंटा गांव में भी कबड्डी खिलाड़ी अमन कुमार की बीती रात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय अमन अपने घर की छत पर सो रहा था। तभी अपराधी पीछे के रास्ते से छत पर चढ़ गए। ताबड़तोड़ आठ राउंड फायरिंग की।
दो गोली अमन को लगी और उसकी मौत हो गयी। मौके से पुलिस को आठ खोखे व एक कारतूस मिले हैं। घटना के पीछे आपसी रंजिश बतायी जाती है। पुलिस के मुताबिक एक साल पहले खेत में मवेशी घुसने को लेकर पड़ोसी से विवाद हुआ था. उस समय अमन के पिता सुबोध सिंह और छोटे भाई इंद्रजीत को गोली मारी गई थी । अमन के पिता की मौत हो गयी थी। वहीं इंद्रजीत बच गया था । इंद्रजीत उस घटना का चश्मदीद गवाह है। मामले में मुख्य आरोपी अमित अभी भी जेल में बंद है । उसने कोर्ट में गवाही देने पर दोनों भाइयों की हत्या करने की धमकी दी थी ।
रिपोर्ट राजीव रंजन ibn24x7news सिवान (बिहार)