महिलाओं ने गाये मंगल गीत व भजनों पर नृत्य किया
बीगोद– समीपवर्ती कोतवाल का खेड़ा में आयोजित भागवत कथा के छठे दिन कथावाचक राकेश मिश्रा ने भागवत कथा में सोमवार को भगवान कृष्ण रुक्मणी विवाह का वर्णन किया। कथा में बताया गया कि भगवान की समस्त लीलाओं से भक्तों को निस्वार्थ प्रेम की शिक्षा मिलती है। कृष्ण रुकमणी विवाह भी भगवान की एक लीला ही है। कथा में बताया गया प्रेम स्वभाव के अनुसार होता है। आगंतुक सभी श्रोताओं ने रुक्मणी विवाह में बढ़-चढ़कर नाच गान नृत्य कर आनंद लिया।
(फोटो कैप्सन– भागवत कथा के दौरान रूकमणी विवाह मनोरम दृश्य) फोटो-प्रमोद कुमार गर्ग