ब्यूरो रिपोर्ट मुकेश मिश्र
पूर्व टैक्सी स्टैंड के ठेकेदार अमित कुमार पाण्डेय ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत कर गोपनीय ढंग से दिए गए ठेके का जांच कर निरस्त करने की की है मांग
अंबेडकरनगर – मामला इल्तिफातगंज नगर पंचायत का जो जिले में अपने नए नए कारनामों से हमेशा चर्चा में रहता है क्यू की इस नगर पालिका में नियम और कानून को हमेशा दरकिनार कर ही काम किया जाता है तो जब बात टैक्सी स्टैंड के ठेके की हो तो इसमें कोई नई बात न हो कोई चर्चा का विषय न हो क्या ये संभव है इस बार तो टैक्सी स्टैंड का ठेका देने में ही नियम और कानून को दरकिनार कर दिया गया जैसे जानकारी के मुताबिक किसी प्रकार का ठेके का टेंडर होने से पहले उसकी खुली बोली लगवाई जाती है और इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए सबसे पहले मुनादी, अनाउसमेंट, या दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित कराकर तब बोली लगवाई जाती है और जिसकी बोली ज्यादा होती है उसे ही टेंडर दिया जाता है इससे राजस्व का भी काफी फायदा होता है
लेकिन इस बार ये प्रक्रिया कब पूरी की गई इसकी खबर किसी को कानो कान नहीं पड़ी और टेंडर प्रक्रिया पूरी भी कर दी गई जबकि पिछली बार कोरोना काल के समय जब लॉकडाउन था तब टेंडर की प्रक्रिया खुली बोली के तहत पूरी की गई थी तब 20 लाख 1 हजार 500 रुपए में टेंडर पूर्व टेंडर धारी अमित कुमार पाण्डेय को दिया गया था लेकिन इस बार नगर अध्यक्ष शौकत जहां अधिशासी अधिकारी उमेश कुमार पासी को अपने साथ मिलाकर अवैध तरीके से गोपनीय ढंग से अपने दामाद महमूद और अपने कुछ खास सहयोगियों को महज 21 लाख 5000 रुपए में देकर राजस्व को काफी नुकसान पहुंचाया
जबकि इस बार पिछली बार की तरह किसी प्रकार का कोई लॉक डाउन जैसी आपात स्थिति भी नहीं है पूर्व ठेकेदार अमित कुमार पाण्डेय का कहना है की अगर सही तरीके से इस टेंडर की प्रक्रिया को पूरा किया जाता खुली बोली बोलवाई जाती तो इस टेंडर की बोली 25 लाख के लगभग होती और राजस्व का काफी फायदा होता अमित का कहना है की मेरे द्वारा आदर्श आचार संहिता के दौरान 10 प्रतिशत प्रतिदिन धन राशि बढ़ाकर जमा भी कराया गया और मुझसे बार बार कहा गया की टेंडर प्रक्रिया जिस तरह की जाती है
उसी आधार पर समस्त प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा और आपको सूचना भी दिया जायेगा और खुली बोली के तहत ही टेंडर दिया जायेगा लेकिन हुआ इसका उल्टा नगर अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी मिलकर अपने दामाद और अपने कुछ चहेतो को अवैध तरीके से टेंडर दे दिया जो सरासर गलत है इस बात को लेकर पूर्व टेंडर धारी अमित कुमार पाण्डेय ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत पत्र दे जांच कराकर टेंडर को निरस्त करने की मांग करते हुए दुबारा से खुली बोली, मुनादी , अनाउसमेंट, समाचार पत्रों में प्रकाशित कराते हुए टेंडर प्रक्रिया को पूरा करने की मांग की है ।।