गाजीपुर: कोरोना काल के बाद केन्द्र व प्रदेश सरकार की ओर से चलायी गयी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ जनपद के सैकड़ो लोगो को मिला गया हैं। उनके खाते में पैसे भी ट्रांसफर हो गये है। लेकिन बहुतेरे ऐसे पात्र है जो फुटपाथ पर दुकान लगाते थे वहीं अब ठेला लगाना चाहते है लेकिन प्रशासन की सख्ती से उनको योजना का लाभ मिलता नही दिखता।
जानकारी के अनुसार शहर के तकरीबन सभी वार्डो में रहने वाले व फुटपाथों पर व्यापार करने वाले कमजोर वर्ग के लोगो को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत दस हजार रूपये का लोन सरकार की ओर दिया गया हैं। इसका उद्देश्य है कि महामारी के बाद आम लोगो की रोजी रोटी व रोजगार सुनिश्चित हो सके।
इस योजना का लाभ भी शहर के सैकड़ो पात्रों ने लिया है और अपनी क्षमता के अनुसार फुटपाथ या ठेला लगाकर जीवनयापन करने का प्रयास कर रहे है लेकिन दूसरे तरफ प्रदेश सरकार की ओर से चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का दायरा सड़क की पटरियों व नालो तक सीमित है। जिससे फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले लोगो की शामत आ गयी है।
हालत यह है कि सरकार से सहयोग मिलने के बाद भी लोग खुले मिजाज से अपना व्यवसाय नही कर पा रहे हैं।
जिला मुख्यालय पर स्थित कचहरी इलाके में रहने वाले दुकानदार रवि ने बताया कि सरकार की योजना से उनको ही नही उनके परिवार को राहत मिलने की पूरी गुंजाइश है। जो सरकार ने दस हजार रूपया दिया है उससे ठेला खरीदकर फल बेचने का काम शुरू किया गया हैं लेकिन जब भी दुकान सड़क पर पहुंचती है या फुटपाथ पर शुरू होती है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान से जुड़े व ट्रैफिक पुलिस के दबाव में दुकान बन्द हो जाती है। जिससे योजना की मंशा तो प्रभावित होती ही है दुकानदार की रोजी रोटी व आर्थिक स्थिति भी ठीक नही हो पाती।
ऐसे में जिलाधिकारी को सरकार को गरीबो के बारे मे सोचने की आवश्यकता है।
राकेश की रिपोर्ट