महामंडलेश्वर ने श्रीफल भेंट कर किया स्वागत सत्कार
मानपुरा बिजासन माता व भागवत ज्ञान यज्ञ को लेकर श्रद्धालु उमड़े
बीगोद– मनुष्य का पहला कर्तव्य भक्ति है भक्ति मन को निर्मल करने का एक साधन मात्र है यह तेरा यह मेरा जीवन में एक दिन सब कुछ यहीं रह जाएगा और भक्ति हेतू की नहीं है अहेतू ही होनी चाहिए।
जिससे भगवान किसी तरह की मांग नहीं होनी चाहिए जुबान से निश्चल प्रेम होना चाहिए यह विचार अमर ज्ञान निरंजन जी आश्रम के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी जी महाराज ने मानपुरा बिजासन माता शक्ति पीठ बारहखेड़ा के तत्वाधान में भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव दूसरा दिन अपार धर्म सभा अपने संबोधन में कही उन्होंने गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान संयम सद्गुरु के रूप में अवतरित होते हैं संसार में जो मनुष्य अपना कल्याण चाहते हैं उन्हें सद्गुरु की शरण लेनी चाहिए क्योंकि ज्ञान गुरु के द्वारा ही संभव है उन्होंने वेद को चार भागों में विभाजित किया एवं और सरलता के लिए महाभारत की रचना की सतरह पुराण बनाये।
इन सभी शास्त्रों के साथ रूप श्री मध्य भागवत महापुराण की रचना की वही कार्यक्रम के दौरान संगीत में भक्ति कथा के दौरान श्रद्धालु लोग भगवान के भजनों पर भाव विभोर होकर नृत्य किया ।
बिजासन माता व चारभुजा नाथ के जयकारे लगाए। महामंडलेश्वर को श्रीफल बैठकर स्वागत अभिनंदन किया। वही कार्यक्रम के दौरान बिजासन माता शक्तिपीठ बारह खेड़ा के श्रद्धालुओं ने श्री बल बैठकर महामंडलेश्वर जगदीश पुरी जी महाराज का स्वागत अभिनंदन ज्ञान एवं पुष्प वर्षा से स्वागत किया बिजासन माता मंदिर में की पूजा अर्चना शुक्रवार को प्रातकाल व सायकाल विद्वान पंडितों के सानिध्य में माता रानी की प्रतिमा के समक्ष क्षेत्र की खुशहाली अमन चैन भाईचारे आपसी सद्भाव भावना को लेकर विशेष पूजा अर्चना की गई।
वही विधि-विधान मंत्रोचार के साथ सभी कार्यक्रम मे भक्त जन बढ चढ़कर भाग लिया व महा आरती के दौरान सभी ने सामूहिक परिक्रमा लगाई। पंडित नरेश जोशी मानपुरा के सानिध्य में प्रतिदिन जोड़ों का पूजन किया जा रहा है।
दौरान भव्य मेले में डॉलर चकरी मौत का कुआं साज सज्जा की दुकान सजी थी। भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन प्रतिदिन 11:00 से 4:30 बजे तक परम आदर्श आचार्य महामंडलेश्वर श्री जगदीश पुरी जी महाराज शकरगढ़ के मुखारविंद से हो रहा है।
इस भागवत कथा का आयोजन बिजासन माता मंदिर विस्तार विकास हेतु किया जा रहा है।
( फोटो कैप्शन-1-भागवत कथा आरती के दौरान उपस्थित भक्तजन
2- महाराज श्री अपने मुखारविंद से भागवत ज्ञान यज्ञ सुनाते)
फोटो प्रमोद कुमार गर्ग