ब्यूरो चीफ मुकेश मिश्र IBN NEWS
अम्बेडकरनगर – आखिर एकबार फिर प्रशासन के चाकचौबंद व्यवस्था के दावों की पोल खुल ही गयी।अलबत्ता अबकी बार ऐसा वाकया पहले से ही कुख्यात बलिया में जिलाप्रशासन की नाक के नीचे हुआ।जिसके मद्देनजर भविष्य में ऐसे प्रकरणों से निजात पाने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश ने बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्रों के बंडलों को थानों या बैंक लॉकरों में रखे जाने की माँग माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी से जरिये ट्वीट किया है।
गौरतलब है कि परिषदीय नियमों के मुताबिक जिला परीक्षा व केंद्र निर्धारण समितियों के अध्यक्ष सम्बंधित जिलों के जिलाधिकारी तथा सचिव जिला विद्यालय निरीक्षक होते हैं।यही नहीं विद्यालयों को किसी भी परीक्षा का केंद्र बनाने से पहले जिलाधिकारी अपने प्रशासनिक अमले से केंद्रों की सघन जांच भी करवाते हैं।किंतु बलिया की घटना जिलाधिकारियों की ढिलाई तथा सरकारी तंत्र की चूक की परिणति कही जा सकती है।जिसके चलते एकबार नए सिरे से पूरी व्यवस्था की समीक्षा परीक्षाओं की सुचिता के दृष्टिकोण से नितांत आवश्यक है।
ध्यातव्य है कि कल 2400 परीक्षा केंद्रों पर रद्द हुई इंटर अंग्रेज़ी की परीक्षा यद्यपि अब आगामी 13 अप्रैल को पूर्व निर्धारित समय से होगी तथापि अभी भी गणित,विज्ञान जैसे मुख्य विषयों की परीक्षा होनी शेष है।जिस निमित्त निगरानी व्यवस्था में अपेक्षाकृत और सुधार की व्यापक गुंजाइश है।
दिलचस्प बात तो यह है कि इस बाबत राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश के अयोध्यामण्डल संयोजक उदयराज मिश्र ने प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी को ट्वीट भेजकर प्रश्नपत्रों को थानों और बैंक लॉकरों में रखे जाने की मांग की है।माँग के मुताबिक थानों और बैंक लॉकरों में रखे प्रश्नपत्रों के बंडल को तिथिवार स्टेरिक मजिस्ट्रेटों द्वारा पुलिस अभिरक्षा में केंद्रों तक पहुंचाने की व्यवस्था ही नकल माफियाओं पर नकेल कसने की दिशा में कारगर कदम होगा।