बगहा:- अंतरराष्ट्रीय स्ट्रोक(पक्षाघात) दिवस के उपलक्ष्य पर वन विकास भारती के होमियो सेवा अस्पताल में एक संगोष्ठी आयोजित कर पक्षाघात से बचने हेतु प्राथमिक उपायों पर लोगों को जागरूक किया गया
बगहा:- बगहा नगर स्थित वन विकास भारती के होमियो सेवा अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय स्ट्रोक(पक्षाघात) दिवस को लेकर एक संगोष्ठी आयोजित की गई।स्ट्रोक(पक्षाघात) से बचने के प्राथमिक उपायों पर लोगों को जागरूक किया गया।संस्था के सचिव अरुण कुमार सिंह, चिकित्सक डॉ० पद्मभानु सिंह नैतिक जागरण मंच के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि खान-पान, रहन-सहन में सावधानी बरतना हैं। पक्षाघात से बचने का सर्वोत्तम उपाय हैं।
डॉ० पद्मभानु सिंह ने बताया कि पक्षाघात के पूर्व हो शरीर मे चार लक्षण प्रकट होने लगते हैं। चेहरे पर तनाव, हाथ पैर में झिनझिनाहट,बोली में लड़खड़ाहत तथा शरीर मे चक्कर आना है। यह लक्षण प्रकट होते ही तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें। तो आप पक्षाघात(स्ट्रोक) में बहुत कुछ अंशों में बच सकते हैं।
और तमाम लोगों को ईसीजी, बीपी,सुगर की जांच एवं स्ट्रोक से बचने हेतु परामर्श दिये। वही डॉ० भानु प्रताप सिंह ने बताया कि अचानक मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त आपूर्ति रुक जाने, वाहिनी में रक्त का धक्का जमने या मस्तिष्क की कोई रक्त वाहिका फट जाने पर मस्तिष्क की कोशिकाआें के आस पास खून भर जाने की स्थिति में स्ट्रोक(पक्षाघात) होता है। कुछ पक्षाघात रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो जाते हैं, कुछ विशेषज्ञ चिकित्सक के द्वारा शल्य क्रिया से सही हो सकते हैं तो कुछ पक्षाघात असाध्य होते हैं।
संगोष्ठी सभा की अध्यक्षता बद्रीनाथ धाम से पधारे सन्त श्री सीताराम जी महाराज ने सात्विक भोजन पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया तथा बताया कि सात्विक भोजन मुहूर्त में उठना तथा प्राणाय में से ही आप अपने आपको बीमारियों से सुरक्षित रख सकते हैं।हमें अपनी जीवन शैली ही हमें बचा सकती हैं।चिंता भी हमारे शरीर की बड़ी कमजोरी हैं। और हम अपने को बचा सकते हैं।इस अवसर होमियो सेवा अस्पताल के तमाम कर्मियों सहित मरीज एवं स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट दिवाकर कुमार ibn24x7news बगहा