अयोध्या ब्यूरो कामता शर्मा
अयोध्या।
=आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में 11 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव लोक पर्व के रूप में करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए अयोध्यावासियों और साधु संतो को दीपोत्सव से जोड़कर जन सहभागिता बढ़ाई जाएगी। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले दीपोत्सव कार्यक्रम में ऐसे बदलाव भी किए जा रहे है जिससे इसे और अधिक भव्य बनाया जा सके। इस बार राम की पैड़ी पर 21 लाख से अधिक दीपक एक साथ जलकर नया कीर्तिमान तो बनाया ही जाएगा। इसके साथ ही साथ दीपोत्सव के बीच राम जन्मभूमि मंदिर और श्री राम की आकृति प्रदर्शित कर बड़ा संदेश देने की भी तैयारी है।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समय भी राम की पैड़ी पर दीपोत्सव जैसा माहौल रहे इसके लिए अब लाइटिंग और लेजर शो एक दिन नहीं बल्कि लगातार संचालित होंगे। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में जब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा उसे समय भी राम की पैड़ी पर दीपोत्सव जैसा माहौल दिखाई देगा। दीपोत्सव के समय लाइट एंड साउंड शो के अलावा रामायण पर आधारित लेजर शो भी होगा। मगर इस बार इसमें बड़ा बदलाव आपको देखने को मिलेगा। लाइट एंड साउंड शो के साथ लेजर शो भी विश्व स्तरीय होगा। यही नहीं अब दीपोत्सव के साथ साथ राम की पैड़ी हर दिन रंग बिरंगी लाइटों से जगमगाती रहेगी और राम भजन बजते रहेंगे। इसके लिए अब 5 साल के लिए स्थाई तौर पर इस तरह के संचालन की व्यवस्था की जा रही है।
जिलाधिकारी नीतिश कुमार ने बताया कि लाइट और साउंड के लिए जो व्यवस्था की गई है हम लोग प्रयास रत थे कि ये व्यवस्था परमानेंट हो। राम की पैड़ी पर लाइट एंड साउंड की व्यवस्था परमानेंट फीचर होगा। अगले पांच सालों तक चलेगा। बड़े पैमाने पर कार्य चल रहा है। जो 5 तारीख तक समाप्त हो जाएगा। टायल रन के बाद संचालित किया जाएगा।दीपोत्सव को लोकपर्व बनाया जाए इसके लिए कार्य किया जा रहा है। वृहद स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कराया जाएगा । इसके लिए 7 प्लेट फार्म बनाए गए है। जो बढ़ाए जा सकते है। राम की पैडी पर होने वाले कार्यक्रमों का प्रसारण 11 स्थलों पर विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा। नव्य अयोध्या का शिलान्यास भी दीपोत्सव में होने की सम्भावना है। फेज स्तर पर नव्य अयोध्या विकसित किया जाएगा। मीडिएम टर्म परियोजनाएं पूर्ण होने वाली है।
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