मुदस्सिर हुसैन IBN NEWS
भक्तिमय हुआ वातावरण
अयोध्या – शिवरात्रि के मौके पर क्षेत्र के दर्जनों स्थानों पर जहां ओम नमः शिवाय के जाप का आयोजन किया गया, वहीं कई स्थानों पर रुद्राभिषेक भी आयोजित किया गया। रुदौली के काशीपुर के निकट स्थित तमसा तट पर शिवभक्त प्रमोद मिश्रा ने प्राचीन शिवाले के विशाल प्रांगण में सामूहिक रुद्राभिषेक कर वातावरण भक्तिमय बना दिया। यहां पंडित मनोज तिवारी ने रुद्राभिषेक सम्पन्न कराया।
यहां विधि-विधान से जल, दधि, दुग्ध, शर्करा, मधु, घृत, विजया आदि से अभिषेक करते हुए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यजमानों ने भगवान शिव को यज्ञोपवीत कर वस्त्र, मिष्ठान, फल, फूल, अमीर, गुलाल, चंदन, मेवा, दूर्बा, इत्र, गुलाब जल, केवड़ा, कुमकुम, सिंदूर आदि से श्रृगार कर औढरदानी देवाधिदेव भगवान शंकर को प्रसन्न करने के विधान किए।महाशिवरात्रि के विशेष अवसर पर भक्तों ने शिव की उपासना में कोई कमी नहीं छोड़ी।पंडित मनोज तिवारी ने बताया इस दिन विशेष रूप से रुद्राभिषेक करना फलदायी माना जाता है।
वैसे तो रुद्राभिषेक किसी भी दिन किया जा सकता है। लेकिन यदि इसे के दिन किया जाए तो विशेष फलों की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के 11 रुद्र अवतार हैं जो क्रोध को दर्शाते हैं और महाशिवरात्रि के दिन उनके किसी भी रौद्र रूप को शांत करने के लिए रुद्राभिषेक जरूरी माना जाता है।महाशिवरात्रि के दिन यदि आप घर में रुद्राभिषेक का आयोजन करते हैं तो आपके कुंडली में यदि किसी भी तरह का ग्रह दोष है तो उससे मुक्ति मिलती है। ग्रहों की शांति और मंगल से मुक्ति पाने के लिए आप इस दिन नियम से रुद्राभिषेक करें।
कार्यक्रम में मिश्रा परिवार व समस्त क्षेत्रवासी आदि लोग उपस्थित रहे।