5 जूलाई को मनेगी देवरहवा बाबा की पुण्यतिथि
उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद मुख्यालय से 40 को मीटर दक्षीण मे सरयू तट पर स्थित देवरहवा बाबा आश्रम मंच मईल अपने आप मे एक प्रसिद्ध पीठ है यहां कल्प वृक्ष, रुद्राक्ष, बबलू बन सहित इतियादी पेड़ फलदार वृक्ष फल फुल ने बाबा तपोस्थली पर आने वाले श्रद्धालुओं को अलग ही ऐनर्जी व शान्ति का अनुभूत करा रहे हैं बताते हैं बाबा सिद्ध महा पुरुष थे देवरहवा बाबा पशु पक्षियों से भी बातें करते थे व भक्तो की बातें उन्हें बताने के पहले ही जान जाते थे और भक्तों की मुराद भी पुरी हो जाती थी बाबा अष्टांग योग के ज्ञाता थे देवरहवा बाबा को खेचरी मुद्रा पर सिद्धि थी बाबा हमेशा 12 फीट उच्चे मंच से ही अपना दर्शन देते थे.
जिस भक्त पर अपने पैर का अगुठा रखते उसका भाग्य बदल जाता था बाबा हमेशा निरबस्त्र रहते हुए मृग छाला पहनते थे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल, मुख्यमंत्री व बड़े नेताओं सहित प्रशासनिक अधिकारी, जज बाबा का आशिर्वाद लेते थे बाबा का मूल मंत्र था गरीबों, जरूरत मंदो व गायों की रक्षा करने से भारत हमेशा समृद्धशाली रहेगा बाबा की बहुत सारी भविष्यवाणी भी सत्य होती रही है अयोध्या में भय राममंदिर बनाने की भी भविष्यवाणी देवरहवा बाबा ने की थी जो आज प्रगति पर है कहते हैं की 19 जून 1990 मे योगिनी एकादशी के दिन वृंदावन में देवरहवा बाबा ब्रह्मलीन हो गये थे योगिनी एकादशी के दिन ही बाबा की पुण्यतिथि हर जगह उनके भक्त मनाते हैं इस वर्ष योगिनी एकादशी 5 जूलाई को पड़ रहा है उसी दिन बाबा की पुण्यतिथि धूमधाम से मनायी जायेगी उपयुक्त आस्य की जानकारी मईल आश्रम मंच के पीठाधीश्वर योगी श्याम सुन्दर दास महराज ने दी।