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बस्ती – किसान समय से पूरा कर लें गन्ना बंधाई कार्य

Ibn news Team

चीनी मिल मुण्डेरवा किसानों को कर रहा जागरूक
बरसात में गन्ने को गिरने से बचाना है बहुत जरूरी

बस्ती। बरसात के मौसम में गन्ने के फसलों के गिरने का सर्वाधिक डर रहता है। इसे देखते हुए समय से गन्ने की बंधाई जरूरी है। इसको लेकर चीनी मिल मुण्डेरवा परिक्षेत्र के किसानों को मिल प्रबंधन गन्ना बंधाई के प्रति जागरूक कर रहा है। जिससे की किसानों को गन्ने की बेहतर उपज हासिल हो सके। साथ ही गन्ने से चीनी की अधिक परता हासिल होने में मदद मिले।
चीनी मिल मुण्डेरवा परिक्षेत्र में गन्ने की बुवाई के लिए किसानों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी शासन द्वारा कार्यदाई संस्था एलएसएस को दी गई है। जिसके कर्मचारी किसानों के बीच जाकर गन्ने बुवाई के लिए तकनीकों की जानकारी, वैज्ञानिक सलाह,कृषि उपकरण व रसायन तथा कीटनाशक अनुदानित दर पर उपलब्ध कराते हैं। इसी क्रम में मौजूदा समय में गन्न्े की बंधाई के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। गन्ने की फसल की 80 फीसद बढ़वार बरसात के मौसम में ही होती है। बारिश के चलते गन्ने के फसलों के गिरने का खतरा भी रहता है। खासकर बारिश के साथ हवा चलने पर इसकी आशंका अधिक रहती है। फसल गिरने से उपज तो कम होती ही है, चीनी परता भी कम हो जाता है। इतना ही नहीं गिरे हुए गन्ने को बीज के तौर पर इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकता है।
एलएसएस के गन्ना सलाहकार एसपी मिश्र का कहना है कि बारिश के कारण मिट्टी गीली होती है और तेज हवा से गन्ने आसानी से गिर सकते हैं। इस समस्या से बचने के लिए किसान गन्नों की बंधाई कर लें। गन्नों को बांधने के लिए इसकी सूखी पत्तियों का प्रयोग करें। इसके अलावा आप नारियल की रस्सी से भी पौधों को बांध सकते हैं। गन्ने की बंधाई करते समय बहुत अधिक संख्या में पौधों को एक साथ न बांधे। जब गन्ना जमीन की सतह से करीब 2.5 मीटर से अधिक लंबे हो जाए तब इसकी बंधाई कर देनी चाहिए। गन्नों की पहली बंधाई 100 सेंटीमीटर की ऊंचाई पर करें। पहली बंधाई के 20-25 दिन बाद दूसरी बंधाई करनी चाहिए। दूसरी बंधाई पहली बधाई से करीब 50 सेंटीमीटर ऊपर करें। गन्नों को बांधते समय इसकी हरी पत्तियों को ना बांधें। हरी पत्तियां पौधों के लिए भोजन बनाने का काम करती हैं। इसलिए जहां पत्तियां पीली हो वहां बधाई करें। बंधाई के समय पौधों से सूखी पत्तियां हटा दें। इन पत्तियों को खेत की मेड़ों पर बिछा सकते हैं। इससे खरपतवार की समस्या से राहत मिलेगी।
चीनी मिल मुण्डेरवा के प्रधान प्रबंधक अभिषेक पाठक ने गन्ना विकास से जुड़ी संस्था एलएसएस के कर्मियों को निर्देशित किया है कि वे किसानों को गन्ना बंधाई के प्रति प्रेरित करें। गन्ना बंधाई से किसान बेहतर उपज हासिल कर सकते हैं। साथ ही गन्ने से अधिक चीनी की परता हासिल करने में मदद मिलेगी। साथ ही य़ह भी अवगत कराये की विगत बर्ष शरद कालीन गन्ना बुवाई का लक्ष्य 937 हेक्टेयर के सापेक्ष 578.05 की ही पूर्ति हो पाई थी जिसे ध्यान मे रखते हुये ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मुंडेरवा व् बस्ती के अमरनाथ दुबे , वाल्टरगंज के धर्मेंद्र तथा खलीलाबाद के डा. रामफल द्वारा शरद कालीन बुवाई 2023 हेतु 620 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसे एल यस यस संस्था द्वारा हर हाल में कृषकों से समन्वय स्थापित कर पूर्ण किया जाय। जिसके लिये किसानों को शासन के तरफ से कृषि उपकरण, कीटनाशक के साथ-साथ माइक्रो न्यूट्रीऐनट आदि अनुदान पर दी जाती है।

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