मौके पर मौजूद किसानों को जिलाधिकारी ने पराली ना जलाने की दी सलाह
रिपोर्ट सत्यम श्रीवास्तव बहराइच
बहराइच 19 अक्टूबर। विकास खण्ड चित्तौरा के ग्राम तुरहनी रज्जब गौशाला के स्थलीय निरीक्षण से लौटते समय ग्राम टेण्डवा जलालपुर के एक खेत के बीच में पुआल जलता हुए दिखने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने तत्काल गाड़ी से उतर कर खेत के बीच पहुंचकर पुआल जलने की घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की।
खेत में मौजूद काश्तकार व अन्य ग्रामवासियों ने बताया कि यह खेत सन्तराम पुत्र सेवक का है परन्तु तीरथ पुत्र दुलारे द्वारा बटाई पर इसकी बोआई की जाती है। पुआल जलने की घटना के सम्बन्ध में मौजूद लोगों ने बताया कि खेत के बीच में जमा किये गये पुआल में दुर्घटनावश थ्रेसर की चिंगारी से आग लग गई है।
डीएम ने खेत के बीच से ही उप जिलाधिकारी सदर डॉ. पूजा यादव को निर्देश दिया कि तत्काल घटना की जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही की जाय।
यहां पर मौजूद कृषकों को डीएम ने बताया कि पराली को कदापि आग के हवाले न करें। ऐसा करने पर आपसे अर्थ दण्ड वसूला जायेगा। डीएम ने कहा कि फसल जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ खेत में मौजूद मित्र कीट भी मर जाते हैं। लाभदायक कीटों की क्रियाशीलता कम हो जाने से फसलों की पैदावार में भी कमी हो जाती है।
उन्होंने किसानों से अपील की कि पराली व फसल अवशेषों के बायो डीकम्पोज़र डालकर फसल अवशेष सड़ाकर खेत में ही खाद बनाएं। डीएम ने यह भी सुझाव दिया कि अतिरिक्त फसल अवशेष को अपनी नज़दीकी गौशाला का दान कर दें।