मीरजापुर।आरएसएस ने नववर्ष प्रतिपदा पर किया एकत्रीकरण
मीरजापुर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नरायनपुर इकाई की ओर से हिंदू नववर्ष प्रतिपदा कार्यक्रम स्वामी सत्यानंद सेवा प्रकल्प अदलहाट में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में संघ के संस्थापक डा. केशवराव बलिराम हेडगेवार का स्मरण किया गया। इसके पश्चात अमृत वचन , एकल गीतएवं बौद्धिक कार्यक्रम हुए। हर वर्ष हिन्दू नववर्ष को लेकर संघ की ओर से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कुल 150 स्वयंसेवकों का पूर्ण गणवेश में एकत्रीकरण हुआ।
आयोजन में बाल स्वयंसेवकों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया।मुख्य वक्ता कमलेश जिला प्रचारक चुनार ने बताया कि भारतीय कैलेंडर विश्व की सबसे प्राचीन कालगणना है, जो लगभग दो अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना के साथ प्रारंभ हुआ। भारत के कैलेण्डर को पंचांग नाम से जाना जाता है। पूर्णतया खगोल पर आधारित एवं वैज्ञानिक काल गणना है। हिन्दू परंपरा में जीवन के सभी कार्य एवं कार्यक्रम हमारे पंचांग के अनुसार होते हैं। जीवन से लेकर मरण तक एवं सभी शुभ अवसर मुहूर्त हों या वैवाहिक कार्यक्रम, पंचांग की तिथियों के अनुसार ही मनाए जाते हैं। उन्होंने स्वयं सेवकों को अनुशासन में रहते हुए समाज तथा राष्ट्र के लिए अपना योगदान देने को कहा।संपूर्ण कार्यक्रम में स्वयंसेवकों में अनुशासन देखने को मिला ।
संघ के लिए विशेष दिन
बताया गया कि संघ के लिए चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा विशेष दिन है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म एक अप्रैल 1889 को हुआ था। वह देशभक्त के साथ ही महान क्रांतिकारी भी थे। उन्होंने 1925 में विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। इस उत्सव में विभाग पर्यावरण गोविंद ,जगदीश,रामसकल,मेवालाल ,मुकेश ,खण्ड प्रचारक हर्षित ,प्रिंस,आलोक,आशु,अवनिंद्र ,निखिल,संजय ,जितेंद्र,अजय,विकास, सहित अन्य अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नरायनपुर इकाई की ओर से हिंदू नववर्ष प्रतिपदा कार्यक्रम स्वामी सत्यानंद सेवा प्रकल्प अदलहाट में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में संघ के संस्थापक डा. केशवराव बलिराम हेडगेवार का स्मरण किया गया। इसके पश्चात अमृत वचन , एकल गीतएवं बौद्धिक कार्यक्रम हुए। हर वर्ष हिन्दू नववर्ष को लेकर संघ की ओर से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कुल 150 स्वयंसेवकों का पूर्ण गणवेश में एकत्रीकरण हुआ।
आयोजन में बाल स्वयंसेवकों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया।मुख्य वक्ता कमलेश जिला प्रचारक चुनार ने बताया कि भारतीय कैलेंडर विश्व की सबसे प्राचीन कालगणना है, जो लगभग दो अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना के साथ प्रारंभ हुआ। भारत के कैलेण्डर को पंचांग नाम से जाना जाता है। पूर्णतया खगोल पर आधारित एवं वैज्ञानिक काल गणना है। हिन्दू परंपरा में जीवन के सभी कार्य एवं कार्यक्रम हमारे पंचांग के अनुसार होते हैं। जीवन से लेकर मरण तक एवं सभी शुभ अवसर मुहूर्त हों या वैवाहिक कार्यक्रम, पंचांग की तिथियों के अनुसार ही मनाए जाते हैं। उन्होंने स्वयं सेवकों को अनुशासन में रहते हुए समाज तथा राष्ट्र के लिए अपना योगदान देने को कहा।संपूर्ण कार्यक्रम में स्वयंसेवकों में अनुशासन देखने को मिला ।
संघ के लिए विशेष दिन
बताया गया कि संघ के लिए चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा विशेष दिन है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म एक अप्रैल 1889 को हुआ था। वह देशभक्त के साथ ही महान क्रांतिकारी भी थे। उन्होंने 1925 में विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। इस उत्सव में विभाग पर्यावरण गोविंद ,जगदीश,रामसकल,मेवालाल ,मुकेश ,खण्ड प्रचारक हर्षित ,प्रिंस,आलोक,आशु,अवनिंद्र ,निखिल,संजय ,जितेंद्र,अजय,विकास, सहित अन्य अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।