नारायनपुर, मिर्जापुर।
निष्काम सेवा आश्रम नारायनपुर के साध्वी की हत्या का खुलासा पुलिस नौ महीने बाद भी नही कर पाया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार
साध्वी भूमिका देवी 23 मई से आश्रम पर दिखाई नही दे रही थी। साध्वी का मोबाइल भी बंद रहा। लगभग सप्ताह भर बाद साध्वी व आश्रम से संबंध रखने वालो में कानाफूसी शुरू हो गई थी।
जुन माह में साध्वी के गायब मोबाइल बंद होने की चर्चा लोगो में होने लगी। आश्रम के लगभग दो बीघा बेशकीमती कई करोड़ की जमीन पर कूटरचित दस्तावेज तैयार करके कई लोगों द्वारा दावेदारी कर मुकदमा कर आश्रम के करोड़ो की बेशकीमती जमीन पर नजर गढ़ाए हुए थे। आश्रम के जमीन विवाद में साध्वी भूमिका भूमाफियाओं के आखों की किरकिरी बनी रही। आश्रम के स्वामी बामनानंद के देहांत के बाद रिश्ते से भांजी व शिष्या भूमिका देवी आश्रम पर अकेली रहती थी।
जीवित रहते भूमिका देवी आश्रम के जमीन को लेकर मिले धमकी व दबाव बनाकर समझौता करने का प्रार्थना पत्र उच्च अधिकारियो को दिया था। उस समय गंभीरता से ध्यान नही दिया गया। भूमि माफियाओं की गिद्ध नजर आश्रम की जमीन पर लगी रही। साध्वी भूमिका दबाव में कभी समझौता नही किया। भूमाफियाओं का एक नही चलने दिया। भूमाफियाओ ने मंशा पर पानी फिरते देख साध्वी को रास्ते से हटाने की साजिश के तहत साध्वी की हत्या कर दिया गया। साध्वी शव 22 जुन को आश्रम के बाहर से ताला बंद कमरे से बरामद हुआ। साध्वी के गायब होने के चर्चा के लगभग एक महीना बाद शव का पता चला।
आश्रम के सटे पुलिस बूथ पर पुलिस बराबर बैठती रही हत्यारो ने साध्वी का हत्या कर दिया स्थानीय पुलिस को भनक तक नहीं लगी। जब की स्थानीय कई लोगो ने पुलिस से साध्वी के गायब, मोबाइल बंद होने से अनहोनी की आशंका व्यक्त कर चुके थे फिर भी पुलिस छानबीन करना मुनासिब नहीं समझा। साध्वी के साथ अनहोनी की आशंका गहराने लगी थी। क्यों की आश्रम के जमीन पर कई भू माफियाओं द्वारा साध्वी को समझौता करने का दबाव बनाया जाता रहा।
साध्वी का शव का पोस्टमार्टम चुनार व मिर्जापुर के डाक्टरों ने करने से इन्कार करने के बाद वाराणसी ले जाया गया। हत्या के बाद घटनास्थल पर पुलिस अधिक्षक संतोष कुमार, अपर पुलिस अधिक्षक ओपी सिंह एसपी सिटी श्रीकांत प्रजापति, एसओजी की टीम, स्वाट सर्विलांस की टीम, डाक स्क्यायड की टीम, फोरेंसिक टीम द्वारा जांच पड़ताल किया गया। शव मिलने लगभग नौ महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारो व साजिशकर्ताओं को पकड़ने में विफल है।
साध्वी के हत्या की घटना को लेकर आमजन में पुलिस बारे में तरह तरह का चर्चा किया जा रहा है। निवर्तमान पुलिस अधीक्षक अभिनंदन जी द्वारा भी साध्वी हत्या स्थल निष्काम सेवा आश्रम का मौका मुआयना किया गया फिर हत्या की गुत्थी सुलझाने में जिला पुलिस विफल रही है। जानकारी के अनुसार साध्वी के हत्या का का मुकदमा साध्वी के पुत्र द्वारा 27 जुन को दर्ज कराया गया। पोस्टमार्टम में भी हत्या की पुष्टि हो चुकी है।
इस रहस्यमय हत्या की पुलिस जांच को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं किया जा रहा है। आमजनता में हत्या का खुलासा नही होने भय का माहौल देखा जा रहा है।