गृहविज्ञान के विभागाध्यक्ष व सहयोगियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज।
रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष गृह विज्ञान की छात्रा 19 वर्षीया प्रियंका की मौत के मामले में कैंट थाना पुलिस ने रविवार को विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष व सहयोगियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। बावजूद इसके मृतका के स्वजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं है। उनकी मांग है कि प्रियंका का दुबारा पोस्टमार्टम कराया जाए। वह अपनी मांग को लेकर अपने घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं। उनके समर्थन में कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों के छात्र मौजूद है। गुलरिहा के शिवपुर साहबाजगंज पोखरा निवासिनी प्रियंका का शव शनिवार पूर्वाह्न विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग के स्टोर के पास फंदे से लटकता शव मिला था। वह विश्वविद्यालय में परीक्षा देने गई थी। शनिवार देर रात चिकित्सकों की दो सदस्यीय टीम ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह लटकने के चलते सांस फूलना बताया जा रहा है, लेकिन स्वजन इसे मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि उनके पुत्री हत्या की गई। देरशाम प्रियंका के पिता विनोद की तहरीर पर पुलिस ने विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष व उनके सहयोगियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। बावजूद इसके मृतका के स्वजन प्रियंका के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए। वह घर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान सहित तमाम छात्र नेता धरने को समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है जिला प्रशासन पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम से छात्रा का दुबारा पोस्टमार्टम कराए। चिकित्सकों की टीम में तीन चिकित्सक दलित जाति के हैं। प्रभारी एसएसपी/एसपी सिटी सोनम कुमार का कहना है कि अभी हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।