रिपोर्ट मुराद बलबार IBN NEWS फरीदाबाद, हरियाणा
फरीदाबाद:गांव फतेहपुर बिल्लौच में लंबित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) अस्पताल बनने की राह पर स्पष्ट होती नजर आ रही है | इस अस्पताल के निर्माण के लिए 9 करोड़ रूपए की पहली किस्त जारी कर इसके लिए टैंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और कुछ ही वर्षाे में अस्पताल पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा |
पृथला क्षेत्र को मिलने वाली इतनी बड़ी सौगात के लिए क्षेत्र के पूर्व विधायक पं.टेकचंद शर्मा ने एम्स के निदेशक डा.रणदीप गुलेरिया का धन्यवाद जताते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौर में ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए मोदी-मनोहर सरकार प्रयासरत है और पृथला क्षेत्र के गांव फतेहपुर बिल्लौच में एम्स का यह अस्पताल अपने निर्माण की पिछले काफी समय से बाट जोह रहा था और आज इसके निर्माण हेतु पहली किस्त जारी होने से यहां रहने वाले ग्रामीणों में उत्साह है क्योंकि यह अस्पताल बनने से क्षेत्र के लोगों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधा मुहैया हो पाएगी,उन्हें दूरदराज अस्पतालों में नहीं जाना होगा |
टेकचंद शर्मा ने बताया कि इस अस्पताल के निर्माण का मुद्दा उन्होंने अपने विधायक कार्यकाल में बार-बार स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व विधानसभा पटल के माध्यम से उठाया था और इतना ही नहीं बल्कि वह वर्ष 2019 में गांव फतेहपुर बिल्लौच के सरपंच महेंद्र अग्रवाल,राधारमण बोहरे, पूर्व सरपंच लाला मामचंद, बाबूलाल वशिष्ठ,योगेश गर्ग , शाहपुर कलां के पुर्व सरपंच डा. जगदीश गुप्ता,लाढौली के सरपंच भूप सिंह रावत,आरटीआई कार्यकर्ता नंदकिशोर अनेकों गांवों की मौजिज सरदारी के साथ डा. गुलेरिया से मिले थे और उन्हें समस्या से अवगत करवाया था,
जिसका तत्कालीन हल करते हुए उन्होंने कुल अनुमानित लागत 220 करोड़ रुपए की 10 प्रतिशत 22करोड़ की राशि मंजूर करते हुए आगामी वित वर्ष 2020-21 में जारी करने का आश्वासन दिया था और अब उन्होंने 9 करोड़ की किस्त भी जारी कर दी | उन्होंने एम्स के निदेशक डा.गुलेरिया का आभार जताते हुए कहा कि उनके पास निदेशक कार्यालय व एम्स के क्षेत्रीय कार्यालय से फोन पर उक्त सूचना आई है कि गत वर्ष कोरोना के चलते राशी प्रदान नही की गई थी जो इस वर्ष पहली किस्त के तौर पर नौ करोड रुपए मंजूर कर टैंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है | पूर्व विधायक ने कहा कि इसके मैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर,केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का भी धन्यवाद करते है, जिन्होंने इस कार्य के लिए हमारी पूरी मदद की |