रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। लखनऊ कैश पहुंचा कर आ रही सीएमएस कंपनी का कैश वैन गुरुवार की भोर तकरीबन 3.30 बजे गीडा थाना क्षेत्र के कोलिया के पास हाइवे किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में मौके पर ही कंपनी के कस्टोडियन की मौत हो गई जबकि दो गनर समेत तीन गम्भीर रूप से घायल हो गए। घायलों का उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। हादसे के बाद कैश वैन का चालक फरार हो गया। उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सिकरीगंज क्षेत्र के हरिहरपुर लोनहा गांव निवासी 45 वर्षीय प्रदीप मणि त्रिपाठी सिक्योरिटी कंपनी सीएमएस में बतौर कस्टोडियन के पद पर कार्यरत थे। वह बुधवार को एचडीएफसी बैंक का कैश लेकर लखनऊ जमा करने गए थे। उनके साथ दो गनर एवं एक अन्य कर्मचारी भी था। गुरुवार की भोर में वह रुपया जमा कर गोरखपुर आ रहे थे। भोर में तकरीबन 3.30 बजे वह गीडा क्षेत्र के कोलिया के पास पहुंचे थे कि हाइवे किनारे खड़े ट्रक में पीछे से कैश वैन टकरा गई। हादसे में गाड़ी का बायां हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
सिर में गम्भीर चोट आने प्रदीप मणि की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे कर्मचारी राजन कन्नौजिया, गनमैन बलकरण और रामसुमेर गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद चालक विनोद निषाद गाड़ी छोड़ कर फरार हो गया। राहगीर की सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंची जहां, डॉक्टर ने प्रदीप को मृत घोषित कर दिया। वहीं गम्भीर रूप से घायल तीनों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। राजन कन्नौजिया की हालत गम्भीर बताई जा रही है।
दो बेटों के पिता थे प्रदीप;
प्रदीप मणि दो बेटों के पिता थे। पुलिस ने सुबह परिजनों को उनकी मौत की सूचना दी। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। मर्चरी पहुंचा उनका बेटा 17 वर्षीय प्रवीण और प्रदीप का रो-रो कर बुरा हाल था।
चालक पर मुकदमा दर्ज;
मृतक प्रदीप मणि त्रिपाठी के बेटे प्रवीण की तहरीर पर गीडा पुलिस ने चालक प्रवीण निषाद के खिलाफ धारा 279, 337, 338 और 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया है।