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फरीदाबाद – परीक्षा परिणाम में सुधार तो आया पर रैंक 20 वीं ही रही

फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट

फरीदाबाद:हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 12वीं कक्षा का परिणाम जारी कर दिया है 5 वर्षों की तुलना में परिणाम सुधार आया है लेकिन औद्योगिक जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर रहा है जिले का परिणाम 84 पॉइंट 59 प्रतिशत रहा है वर्ष 2020 के परिणाम के मुकाबले 2 पॉइंट 98% परिणाम में सुधार आया है एक बार फिर जिले में बेटियों का परिणाम बेटों के मुकाबले में अच्छा रहा है उल्लेखनीय है कि इस बार 2 वर्षों के बाद बोर्ड परीक्षा आयोजित की गई थी वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हो पाई थी अन्य विषयों के आधार पर जारी किए गए थे पिछले वर्ष परीक्षा नहीं कराई थी। दसवीं और बारहवीं कक्षा 7 अंकों के आधार पर परिणाम जारी किया गया था। इसके चलते पिछले वर्ष जिले में कोई भी परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण नहीं हुआ था। इस बार कोरोना संक्रमण सामान्य होने पर परीक्षाएं कराई गई। इसमें जिले के छात्रों ने जिला शिक्षा अधिकारियों के अनुरूप प्रदर्शन किया है। 13000 से अधिक छात्रों ने दी परीक्षाएं इस बार जिले में विभिन्न संकाय के 138 67 छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हो गए थे इसमें से 11730 छात्र परीक्षा में सफल हो गए हैं जबकि 1397 छात्रों की कंपार्टमेंट आई है इसके अलावा प्राइवेट से 21 छात्रों ने परीक्षा दी थी इसमें से 61 पॉइंट 90% यानी 13 छात्र सफल हुए हैं।
▪️ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का 12वीं का परिणाम जारी।
▪️ जिले के ओवर ऑल परिणाम रहा 84.59 प्रतिशत।
▪️ 88 पॉइंट 72% बेटियां व 80 पॉइंट 61% बेटे रहे सफल।
➡️ बेटियों ने मारी बाजी
बारहवीं कक्षा का बोर्ड परीक्षा में 6801 छात्राएं और 7066 छात्र शामिल हुए हैं 88 पॉइंट 72% यानी 548 की कंपार्टमेंट आई है बोर्ड की परीक्षा में 70663 भी शामिल हो गए हैं और 56 96 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं 80 पॉइंट 61% छात्र सफल हुए हैं 894 छात्र की कंपार्टमेंट आई है।
⏹️ पिछले वर्षों की तुलना में परिणाम सुधार आया है राजकीय विद्यालय के अध्यापक मेहनत भी करते हैं निचले स्थान पर रहने के दो प्रमुख कारण हैं फरीदाबाद एक औद्योगिक क्षेत्र है यहां शहर में टक्के के परिवार बहुत हैं उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा की बहुत अधिक चिंता नहीं रहती है 1 जिले में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल ज्यादा है जबकि अन्य जिलों में हरियाणा बोर्ड के स्कूल अधिक है। जगमोहन गुप्ता सेवानिवृत्त अंग्रेजी अध्यापक।
⏹️ राजकीय विद्यालय में सुविधाओं का अभाव इसके चलते परिणाम में विशेष सुधार नहीं हो पा रहा है इसके अलावा अध्यापकों और शैक्षणिक कार्यों में भी लगाया जाना गलत है इससे शिक्षा प्रभावित होते हैं वहीं सरकार अब हरियाणा बोर्ड को मॉडल संस्कृति के नाम पर समाप्त करने में लगी हुई है यहां पर अन्य जिलों के मुकाबले हरियाणा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल पहले ही कम है और मॉडल संस्कृति योजना में शामिल होने के बाद भी कम हो गए हैं। धर्म सिंह भाटी प्रमुख अध्यापक राजकीय कन्या हाई स्कूल संतो गुरुद्वारा।

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