टीम आईबीएन न्यूज
वाराणसी अब उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र की राजधानी बनती हुई नजर आ रही है. वाराणसी उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा शहर होगा जहां क्रुजों की संख्या 10 से ज्यादा होगी. इसका मतलब वाराणसी में मुम्बई और गोवा की तर्ज पर क्रूज का गंगा के लहरों पर संचालन होगा.
इसका एक और उदाहरण वाराणसी में देखने को मिलेगा, जहां अलकनंदा के बाद अब गंगा के लहरों पर विश्वनाथम क्रूज पर्यटकों को सैर करवाएगा
पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अब क्रूज का केंद्र बनता हुआ नजर आ रहा है. पहले से ही यहां अलकनंदा समेत चार क्रूज उपलब्ध हैं, जो गंगा की लहरों पर पर्यटकों को सैर कराते हैं. लगातार पर्यटकों की संख्या में इजाफा से रिवर टूरिज्म की वाराणसी में डिमांड बढ़ी है. जिसमें क्रूज की मांग भी हो रही है. ऐसे में पर्यटन विभाग 10 और क्रूज उतारने की तैयारी कर रहा है, जिसके लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया गया है. क्रूज संचालन के लिए कई आवेदन आये हुए हैं, जिनपर कागजी कार्रवाई चल रही हैं. वहीं एक और क्रूज संचालन की अनुमति मिल गयी है.
वाराणसी में पांचवां क्रूज विश्वनाथम की तैयारी शुरू हो चुकी है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब यह क्रूज गोवा में तैयार किया जा रहा है, जो जल्द ही गंगा की लहरों पर पर्यटकों को सैर करवाएगा. इसके साथ ही अन्य क्रुजों के आवेदन पर विचार किया जा रहा है. आने वाले समय में क्रूज के माध्यम से गंगा के रास्ते वाराणसी से प्रयागराज का भी टूर तैयार किया जा रहा है.
आरके रावत, उपनिदेशक पर्यटन विभाग ने बताया कि वाराणसी में अब करोड़ों की संख्या में पर्यटक आ रहे हैं, जो गंगा पार नावों या बड़े बजड़ों या फिर क्रूज के जरिये खूबूसरत घाटों, गंगा आरती को देख कर लुफ्त उठाते हैं. ऐसे में क्रूज की डिमांड बढ़ी है. जिसके बाद पर्यटन विभाग ने और क्रुजों को हरी झंडी दी है. इसी के अंतर्गत पांचवें क्रूज की तस्वीर जल्द वाराणसी में देखने को मिलने जा रही है, जिसे विश्वनाथम के नाम से जाना जाएगा.
राकेश की रिपोर्ट