रिपोर्ट मो. अनस
गोरखपुर। श्री श्री रामलीला कमेटी बर्डघाट के तत्वाधान में आज दिनांक 10.10.2021 को रामलीला मंचन में सूपनखा का नासिक भेदन , खर धूषण वध , सीताहरण , श्रीराम जी सबरी आश्रम प्रवेश का मंचन श्री मारुति नंदन हनुमत आदर्श रामलीला मण्डल अयोध्या गोलाघाट के कलाकारों ने प्रस्तुत किया । सर्वप्रथम प्रभु श्रीराम की आरती उतारी गयी , जिसमें समिति के अध्यक्ष पंकज गोयल , महामंत्री अनूप अग्निहोत्री एवं उपाध्यक्ष अनिल जी बर्नवाल के द्वारा सम्पन्न की गयी । आज रामलीला में मुख्य रूप से सूपनखा का नासिक भेदन रहा । सूपनखा रावण की बहन पंचवटी घूमने गये , उसने राम लक्ष्मण को देखा और उनके रुप को देखकर मोहित हो गयी । सूपनखा ने अपना सुन्दर रुप बनाकर प्रभु श्रीराम से विवाह का प्रस्ताव रखा , श्रीराम ने कहा मेरा विवाह हो चुका है , मेरे छोटे भाई लक्ष्मण के पास जाओ । लक्ष्मण जी ने कहा मेरे प्रभु श्रीराम कौशलपुर के राजा हैं और वह सभी चीजों में सामर्थ्य हैं , मैं उनका सेवक हूँ । यह बात सुनकर सूपनखा नाराज हो गयी वह अपना भयंकर रूप धारण करके सीताभक्षण करने के लिये दौड़ पड़ी । सीता जी यह दृश्य देखकर भयभीत हो गयीं तब श्रीराम ने लक्ष्मण को ईशारा किया । तब लक्ष्मण ने सूपनखा के नाक कान काटकर नाक कान विहीन कर दिया । सूपनखा रोती हुई अपने भाई खर धूषण और तिष्णा के पास गयी और अपनी व्यथा सुनाई । खर धूषण ने अपने चौदह हजार सैनिकों के साथ प्रभु श्रीराम पर आक्रमण कर दिया । प्रभु श्रीराम ने मायारुपी बाण छोड़ा , जिसके कारण प्रत्येक निशाचर एक दूसरे में श्रीराम की छवि को देखने लगे और एक – दूसरे पर वार करने लगे , जिसके कारण आपस में ही लड़ कट कर मर गये । उस वक्त आकाश से देवताओं ने प्रभु श्रीराम पर पुष्प की वर्षा की । यह दृश्य देख कर रामलीला मैदान में बैठे सभी भक्तगण प्रभु श्रीराम का उद्घोष करने लगे । उसके बाद सीताहरण का भी दृश्य और श्रीराम सबरी के आश्रम में प्रवेश का भी मंचन किया गया । लीला समाप्ति के समय अनूप अग्निहोत्री , अरविन्द बर्नवाल , विनोद सर्राफ , जय कुमार अग्रहरी , मृणाल बर्नवाल , अनुराग मझवार , हर्ष बर्नवाल , कन्हैया शर्मा , चन्द्र कुमार वर्मा , महेश वर्मा , संतोष वर्मा , उमेश अग्रहरी , अमरनाथ सर्राफ व मदन गुप्ता उपस्थित थे ।