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कई बार हार चुके है शम्मी पहले दिया इस्तीफा अब समर्थको के साथ मचाया बवाल हस रहे राजनेता व सम्मानित जनता

 

टीम आईबीएन न्यूज

गाजीपुर। नगर निकाय चुनाव के बाद अचानक समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी के साढ़े तीन सौ समर्थकों ने रविवार को एक साथ समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

कल शनिवार को नगर निकाय चुनाव का रिजल्ट घोषित होने के बाद नगर के प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी के नेतृत्व में उनके द्वारा बनाए गए साढ़े तीन सौ सदस्यों ने समाजवादी पार्टी से जै किशन साहू के विधान सभा सदस्य रहने तक समाजवादी पार्टी से सामूहिक इस्तीफा देने का काम किया।दो दिन पूर्व शम्मी सिह ने पार्टी से इस्तीफा दिया था तब दिनेश यादव ने कहा कि ऐसे लोगो की वजह से ही सपा हारी है ।

लेकिन मामला आया गया हो गया लेकिन माहौल बनाने के लिए रविवार को बृहद आयोजन कर सुर्खिया बटोरने के लिए यह कदम उठाना प्रतीत हो रहा है।

आयोजित प्रेस वार्ता में श्री सिंह ने बताया कि 2022 के चुनाव में ही भारतीय जनता पार्टी के नगरपालिका चेयरमैन द्वारा यह गठजोड़ कर लिया गया था,वो उनको विधानसभा जिताएंगे और मौका आने पर नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के हिसाब से सदर विधायक द्वारा भारतीय जनता पार्टी के मन मुताबिक प्रत्याशी दिया जाएगा।

जो परिणाम कल मतगणना के बाद सामने आया उसमे समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी पिछली बार के मतों से और ज्यादा अंतर से चुनाव हार गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सदर विधायक जै किशन साहू जी इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे थे।

और कहा कि जै किशन साहू द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश द्वारा टिकट वितरण को लेकर बनाई गई कमेटी के रिपोर्ट को तथा अन्य सभी जनप्रतिनिधियों की मंशा को दरकिनार करते हुए प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को समाजवादी पार्टी में काम न करने की धमकी देते हुए तथा उनके द्वारा तय प्रत्याशी के न जीतने पर चपरासी तक बनने की बात कहके प्रदेश नेतृत्व को गुमराह किया गया।

सदर विधायक द्वारा भारतीय जनता पार्टी के हिसाब से प्रत्याशी देकर वर्तमान चेयरमैन की जीत सुनिश्चित कराई गई।उन्होंने विधायक से सवाल पूछा की शरीफ राइनी के समर्थन देने के बावजूद भी भाजपा कैसे 3353 मतों से चुनाव जीत गई जबकि पिछले चुनाव में शरीफ के बसपा से लड़ने और सांसद अफजाल अंसारी के जोरदार प्रचार करने के बावजूद भी केवल मामूली अंतर के वोटों से भाजपा चुनाव जीती थी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित थी।

क्योंकि नगर पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध हो गया था तथा तत्कालीन D M मंगला प्रसाद ने इसकी रिपोर्ट शासन को भी भेज दी थी। पूरे शहर के नागरिक भी बदलाव चाहते थे लेकिन विधायक जैकिशन साहू और भाजपा नेता विनोद अग्रवाल के बीच 2022 के विधान सभा चुनाव में हुई डील की वजह से एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी नगरपालिका में फिर से पांच सालो के लिए काबिज हो गई। उन्होंने कहा कि हमसब लोग समाज की सेवा जारी रखेंगे और नगरपालिका में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे।

मौके पर इस्तीफा देने वालो में व्यापार प्रकोष्ठ के रजनीश मिश्रा, सक्रिय सदस्य इंदिवर वर्मा, मनीष पांडे, मु परवेज, सिंटू यादव, दीपक उपाध्याय, भोला रावत, विक्की वर्मा, मंगल सिंह, कमलेश कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, गुड्डू यादव, अनुज यादव, विशाल सिंह, अभिषेक त्रिपाठी, अभिषेक मौर्या और शुभम श्रीवास्तव सहित आदि 350 लोगो ने इस्तीफा दिया।

राकेश की रिपोर्ट

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