आज दिनांक 2 दिसंबर 2021 को लखनऊ में हुई महारैली से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव मुख्य अभियंता गंडक सिंचाई विभाग पर चल रहे क्रमिक अनशन पर पहुंचे तो कर्मचारियों ने अश्रुपूरित नेत्रों से उनसे याचना की आप लखनऊ में विजय का डंका बजा कर आए हैं और आपके इस गोरखपुर में हमें 36 दिन हो गए इस जाड़े की काली रात में हम ठंड से ठिठुर रहे है। क्या हम लोग अनाथ हैं ? इस पर रुपेश जी ने कहा चलो बर्दाश्त की भी एक सीमा होती है मैं भी यह इंतजार कर रहा था यह माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन ना होना दुखद है जैसा कि मैंने संघ के समस्त प्रमाणों ,अवैध नियुक्तियों एवं विभागाध्यक्ष के आदेशों के साथ माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों को भी देखा तो यह ज्ञात हो गया कि यह याची गण बोनस पाए ,240 दिवस से अधिक के कर्मचारी हैं और नियम विरुद्ध इन्हे हटाकर अवैध नियुक्तियों की भरमार कर ली गई है और सत्य को असत्य बता कर प्रशासनिक अधिकारियों को भी गुमराह किया जा रहा है । मैं आज इस क्रमिक अनशन स्थल पर घोषणा करता हूं कि मैंअर्धनग्न होकर आपके साथ खड़ा हो गया हूं मैं यह भी घोषणा करता हूं कि प्रशासनिक अधिकारी गण मुख्य अभियंता गंडक एवं उनके अधीनस्थ अधिकारी प्रशासनिक अधिकारी के समक्ष इस प्रकरण को रखें और उसको देखते हुए कोई ठोस निर्णय लेते हुए सरकार की किरकिरी होने से बचाने में सहयोग करें । और मैं यह भी घोषणा करता हूं कि पुरानी पेंशन बहाल करे सरकार जैसा कि इको गार्डन लखनऊ में प्रांतीय पदाधिकारियों द्वारा जो निर्णय लिया गया है एनपीएस वापस लो आर गो बैक । अन्यथा की स्थिति में पूरे भारतवर्ष के कर्मचारी ,शिक्षक ,पेंशनर कमर कस चुके हैं कि सर पर कफन बाधेंगे तब स्थिति क्या होगी यह सरकार को समझना ही होगा ।
