फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद: उपायुक्त के दिशा निर्देशानुसार सीटीआर में आपदा मित्र का 12 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर चल रहा है जिसमें चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने आज सूखा की परिभाषा सूखा से होने वाले नुकसान सूखा से बचाव के तरीके पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ.एमपी सिंह ने इनडोर कंजर्वेशन और आउटडोर कंजर्वेशन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि जल है तो कल है जल ही जीवन है जल बचाओ कल बचाओ यदि ऐसा नहीं हुआ तो भविष्य में विषम परिस्थिति पैदा हो सकती हैं और हो सकता है कि 10-15 साल के बाद में जल पर ही युद्ध की संभावना बन जाए।
डॉ.एमपी सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जल बचाने के टिप्स दिए घर का फर्श धोने में पालतू पशुओं को स्नान कराने में गाड़ी या वाहन को धोने में पाइप का प्रयोग ना करें टूथ ब्रश करते समय पानी की टंकी चलती हुई ना छोड़े कपड़ा धोने के बाद गंदे पानी को बागवानी में प्रयोग करें स्नान करते समय कम से कम पानी का प्रयोग करें बार-बार फ्लैश का यूज ना करें। टिशू पेपर का प्रयोग करें आगंतुकों को पानी इच्छा अनुसार दें बरसात के पानी को तालाबों में एकत्रित करें कम पानी से होने वाली फसलों की पैदावार बढ़ाएं फसल में पानी देने के तरीकों को बदलें स्प्रिंकल के द्वारा छिड़काव करें सार्वजनिक स्थानों पर यदि सरकारी पाइप टूटे हुए हैं और उनमें से पानी बह रहा है तो संबंधित विभागों को सूचना दें घर की त्रुटियों में यदि पानी टपक रहा है तो उसकी मरम्मत अति शीघ्र कराएं
इस अवसर पर डॉ.एमपी सिंह ने जल संरक्षण पर शपथ दिलाई और कहा कि आप देश के भविष्य हैं इसलिए देश बचाने के लिए जल बचाना बहुत जरूरी है। तथा लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। यह कार्य आपदा मित्रों का ही नहीं बल्कि सभी का है। इस अवसर पर फर्स्ट एड के ट्रेनर दर्शन भाटिया और ट्रेनिंग की कोऑर्डिनेटर नेहा सोनी तथा गुड्डू मुख्य रूप से उपस्थित रहे।