रिपोर्ट अनुज त्रिपाठी IBN NEWS सलेमपुर देवरिया
सलेमपुर, देवरिया- जहां पुरा देश करोना का दंश झेल रहा है जगह जगह पर लाकडाउन लगाया जा रहा है शमशान घाटो पर लाशों को जलाने के लिए लाइने लग रही है वैक्सीन लगने के बाद भी डाक्टर नेता आम जन करोना की चपेट में आ जा रहे हैं वहीं युपी पंचायत चुनाव में मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है शासन और प्रशासन के सामने क्या देश के मतदाताओं की चिन्ता किसी को नहीं दिखाई देता क्या मतदाताओं के बिना चुनाव सम्भव है अगर मतदाता स्वस्थ और जिवीत ही नहीं बचेंगे तो नेताओं को मत कौन देगा जहां हमारे सर्वोच्च न्यायालय से लेकर उच्च न्यायालय तक के न्यायाधीश गण कर्मचारी तक इस करोना के गिरफ्त में आ गये है
आये दिन प्रदेश में दस हजार से अधिक लोग प्रति दिन करोना के चपेट में केवल युपी में आ रहे हैं क्या करोना से भारी है पंचायत चुनाव क्यों लोगों के जिवन के साथ खिलवाड़ करने पर लगी है सरकार लोग के अन्दर भय है लेकिन चुनाव के चलते लोगों के अन्दर भय कम हो गया है सोशल मीडिया पर आजकल एक कहानी चल रही है करोना से बचना है तो बंगाल आसाम केरल और युपी पंचायत चुनाव के जनसभा में चलो वहां करोना नहीं है चुनाव रैलीयों से करोना को डर लगता है
इन सभी मानसीकता को जन्म दे रहे हैं हमारे देश प्रदेश के नेता इतनी भयावह स्थिति में चुनाव कराना और भिड़ को इकठ्ठा करना कहा तक उचित है ये सोचने और इसपे बिचार करने की जरूरत है जहां चुनाव ड्यूटी में महीला पुरूष कर्माचारियों पुलिस के जवानों को संक्रमण से बचाने के बजाय उनको भी इस करोना रूपी आग में झोंकने का कार्य किया जा रहा है जहां देश कि हालत दिन प्रतिदिन करोना के चलते भयावहता के तरफ अग्रसर होती जा रही है
वहीं प्रदेश में पंचायत चुनाव के कारण प्रदेश को सबसे बड़े करोना प्रदेश बनाने के तरफ अग्रसर है योगी सरकार अगर स्थिति बेकाबु होती है तो इसके जिम्मेदार कौन होगा अगर हमारे करोना योद्धाओं को ही इस चुनाव के कारण करोना अपने जद में ले लेता है तो आम जनता को कौन संभालेगा अगर समय रहते नहीं चेता गया तो आने वाले दिनों में हमें बहुत बड़ी खामीयाजा भुगतने के लिए तैयार रहना पड़ेगा और कोई इस संक्रमण से बच नहीं पायेगा