रिपोर्ट ब्यूरो
गोरखपुर। पीपीगंज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा वित्तपोषित एवं गोरखनाथ सेवा संस्थान द्वारा संचालित महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौकमाफ़ी पीपीगंज गोरखपुर द्वारा केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर अजीत कुमार श्रीवास्तव द्वारा समीपवर्ती गांव की महिलाओं को रोजगार प्रशिक्षण दिया गया इस प्रशिक्षण की शुरुआत दिनांक 4 जुलाई 2022 को हुई थी। गोरखपुर में गेंदे की खेती करने हेतु महिलाओं को प्रेरित किया। डॉ श्रीवास्तव ने बताया की गेंदा के फूल की उपलब्धतता हेतु गोरखपुर पूरी तरह वाराणसी पर निर्भर है। गोरखपुर में फूलों की माँग को देखते हुए अगर किसान बाज़ार आधारित खेती करे तो निश्चित ही अच्छा मुनाफ़ा होगा। डॉ श्रीवास्तव द्वारा गुलाब और गेंदे की खेती पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया गया कि इन दोनों फूलों के पौधों को महिलाएं आसानी से उगा सकती हैं एवं इनके फूल की मांग बाजार में अत्यधिक है तथा गुलाब के फूल से अन्य उत्पाद भी तैयार किए जा सकते हैं। गेंदे के फूल की माला बनाकर भी बेचकर लाभ कमा सकते हैं। इस कार्यक्रम में पूजा स्थलों एवं कार्यक्रम स्थलों में उपयोग हुए फूलों से सुखाकर उपयोग में लाया जा सकता है। महिला सशक्तिकरण हेतु केंद्र किया जा रहा सर्व सुलभ प्रयास है। लगातार पांच दिवसीय प्रशिक्षण में महिलाओं को फूल इकट्ठा करने से लेकर उनको सुखाने एवं पीसने आदि विषय पर विस्तृत जानकारी कराते हुए आज दिनांक 8 जुलाई 2022 दिन शुक्रवार को स्वयं बनाने का प्रशिक्षण दिया गया तथा प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया प्रमाण पत्र केंद्र के कार्यवाहक वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर विवेक प्रताप सिंह द्वारा प्रशिक्षण थी महिलाओं को महिलाओं को दिया गया इस कार्यक्रम में केंद्र के सस्य वैज्ञानिकडॉ अवनीश कुमार सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर संदीप प्रकाश उपाध्याय , गौरव कुमार सिंह , जितेंद्र कुमार सिंह एवं शुभम पांडे उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों में मीरा पाठक,अनीता देवी, रुकमणी देवी, राधिका , अमृता सिंह आदि ने बढेया चौक, जसवल, राजाबारी आदि ग्रामसभा से आकर प्रतिभाग किया।