रिपोर्ट योगेश श्रीवास्तव
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हर विभाग द्वारा तैयार किये गए उत्कृष्ट ऑनलाइन लेक्चर (ऑडियो-वीडियो) को पुरस्कृत किया जाएगा। इसकी घोषणा कुलपति प्रो राजेश सिंह जी ने नैक और एनआईआरएफ रैंकिंग की तैयारियों की समीक्षा बैठक में बुधवार को किया।
इसके साथ ही बैठक में विश्वविद्यालय के सहायक आचार्यों को शोध कार्यो के लिए सीड मनी देने का भी निर्णय लिया गया। एक अन्य अहम निर्णय के तहत विश्वविद्यालय के पुरातन छात्रों के बारे में डेटा एकत्रित करने के लिए प्लेसमेंट सेल को जिम्मेदारी दी गयी है। इसके अंतर्गत छात्र जब विश्वविद्यालय छोड़ेंगे तो फाइनल मार्कशीट देते समय उनसे एक फॉर्म भराया जाएगा।जिससे सारी जानकारी जैसे की वह कहा जा रहा, कौन सी नौकरी जॉइन कर रहा है इसकी जानकारी विवि को मिल सके।
करीब चार घंटे चली बैठक में सभी विभागाध्यक्षो ने अपनी तैयारियों के बारे में प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया। बैठक में कुलपति प्रो सिंह ने क्यूएस रैंकिंग में टॉप 100 विश्वविद्यालयों में स्थान बनाने के लिए सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि हमें अपनी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को सही तरीके से दर्शाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि करीब 1.30 लाख से ज्यादा शिक्षाविदों ने अकादमिक प्रतिष्ठा पर अपना स्कोर दिया है। वैल्यू एडेड कोर्सेज जैसे स्पोर्ट्स एवं एनसीसी को अनिवार्य रूप से शुरू करने पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही सभी विभागों को कमजोर और तेज़ी से सीखने वाले बच्चों को चिन्हित करने के साथ उनके लिए रेमेडियल क्लासेज चलाने का निर्देश दिया। विभागाध्यक्षो से कहा गया है कि इन रेमेडियल क्लासेज को टाइम टेबल में दर्शाया जाए। कुलपति प्रो सिंह ने कहा कि जुलाई 1 से नए शैक्षणिक सत्र की कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन शुरू किया जायेगा।