रिपोर्ट ibn न्यूज़ टीम महराजगंज
निचलौल विकास खंड के ठूठीबारी कस्बे में स्थित कई पोखरे की जमीन व खलिहान की जमीन पर वर्षों से दबंगो का कब्जा। उक्त बाबत अवैध अतिक्रमण व अतिक्रमणकारियो के खिलाफ मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत हुई है ताकि किये गए अवैध कब्जे को मुक्त कराया जा सके। लेकिन पोर्टल पर की गयी शिकायत हवा हवाई साबित नजर आ रही है।
बताते चले कि प्रदेश में दूसरी बार योगी सरकार आने के बाद अवैध अतिक्रमणकारियो के खिलाफ जमकर बुलडोजर चलाया जा रहा है। इसी क्रम में ठूठीबारी कस्बे में भी कई जगह लोगो ने वर्षो से ग्रामसभा, खलिहान व पोखरे की जमीनों पर अवैधरूप से कब्जा जमाये हुए लिए है। जिनमे मुख्य रूप से स्वामी विवेकानंद इंटरमीडिएट कालेज द्वारा खलिहान कि भूमि, शांतिनगर में स्थित पोखरा व कोतवाली रोड के पूर्व में स्थित कुछ लोगो ने पोखरे की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर मकान बनवा लिए है। जिनके ऊपर न्यायालय में मुकदमे भी लंबित है। उक्त अवैध अतिक्रमण को कब्जा मुक्त कराने हेतु आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत कर उक्त सभी अतिक्रमणकारियो पर बुलडोजर चलवाकर सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त करने की मांग की गई है, ताकि उन सरकारी जमीनों पर शासन द्वारा आने वाले विकास कार्यो को धरातल के पटल पर उतारा जा सके।
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कस्बे के देव स्थलीय कुआ भी है दबंगो के कब्जे में
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हिन्दू रस्मो रिवाजो में कुआँ का विशेष महत्व माना जाता है। शादी विवाह में आयोजित कार्यक्रम में कुआँ का उपयोग महत्वपूर्ण होता है। ठूठीबारी कस्बे में लगभग सभी कुआँ का अस्तित्व खत्म हो गया है। लेकिन कोतवाली समीप कई दशक पुरानी कुआँ आज भी स्थित है। दबंगो के कब्जे में होने के नाते कुआँ की साफ सफाई नही हो पाती है। जिससे उक्त कुआँ का अस्तित्व भी मिटता दिखाई दे रहा है। यह कहिये की हिन्दू धर्म का धरोहर खत्म हो रहा है। अगर कुआँ को कब्जा मुक्त नही कराया गया तो कुआँ का अपना अस्तित्व खो देगा। एक हिन्दू धर्म का देवस्थलीय विलीन दबंगो के वजह से विलीन हो जाएगा।