कम बारिश के कारण राज्य में इस बार 15 लाख टन कम धान की उपज का अनुमान, करीब 2600 करोड़ के नुकसान की आशंका
पटना – राज्य से बारिश इस बार ऐसी रूठी कि किसानों की कमर ही टूट गई। सीधा असर धान की पैदावार पर पड़ता दिख रहा है। अनुमान है कि पिछले साल की तुलना में इस खरीफ सीजन करीब 15 लाख टन कम धान की उपज होगी। पिछले साल राज्य में 79 लाख मिट्रिक टन धान की पैदावार हुई थी। बारिश के आंकड़ों को देखें तो राज्य के 13 जिले ऐसे हैं जहां 34 से 57% तक कम बरसात हुई है। सरकारी अनुमान कहता है कि राज्य के 203 प्रखंड बुरी तरह सूखे की चपेट में आ गये हैं।
धान उपज में अनुमानित कमी के कारण राज्य की किसानी अर्थव्यवस्था को 2600 करोड़ से अधिक की चपत लगेगी। गौरतलब है कि इस साल धान का घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 1750 रुपए प्रति क्विंटल (सामान्य श्रेणी) है।
*क्षतिपूर्ति आंसू पोंछने वाली *
नुकसान की तुलना में क्षतिपूर्ति को देखें तो यह बस किसानों के आंसू पोंछने जैसी ही है। क्षतिपूर्ति का फार्मूला कहता है कि सूखे के कारण 1 से 20% उपज की क्षति होने पर किसानों को 7,500 रुपए प्रति हेक्टेयर भरपाई सरकार की ओर से की जाएगी। 20% से अधिक की नुकसान पर क्षतिपूर्ति की रकम 10 हजार रुपए हेक्टेयर होगी। यानी प्रति बीघा नुकसान की भरपाई करीब 1800 से 2500 रुपए के बीच होगी जबकि उन किसानों को जिनकी फसल पूरी तरह मारी गई है, को 25 से 27 हजार रुपए की आर्थिक क्षति होगी (यह आकलन 16 क्विंटल प्रति बीघा के अनुमान पर आधारित है) । जिनको 20% ही नुकसान उठाना पड़ा है, को भी 5500 रुपए की क्षति पहुंचेगी।
इन जिलों में सामान्य से कम बारिश
*जिला बारिश हुई औसत अंतर %में *
पटना 623.6 941.3 -34
अरवल 498.8 789.7 -37
बेगूसराय 612.5 921.6 -34
भोजपुर 568.2 924.4 -34
पू.चंपारण 637 1021.6 -38
जहानाबाद 496.5 820.4 -39
कटिहार 653.3 1109.9 -41
खगड़िया 596.5 1057.7 -44
मुजफ्फरपुर 538.4 981.1 -45
सहरसा 603.3 1408.1 -57
सारण 452 973.5 -54
सीवान 556.9 1004.2 -45
वैशाली 524.2 1021.6 -49
गोपालगंज 428.5 1020.2 -42
प्रदेश 771.3 1027.6 -25
सामान्य बारिश वाले जिले
बक्सर, प.चंपारण, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, बांका, भागलपुर, किशनगंज, मधुबनी। (सिर्फ बक्सर में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
रिपोर्ट विजय कुमार शर्मा ibn24x7news बिहार