छात्रों ने कहा- मेडिटेशन युवाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी।
तीन दिवसीय हार्टफुलनेस मेडिटेशन सत्र आज हुआ समाप्त
800 मालीयंस ने किया हार्टफुलनेस मेडिटेशन तकनीकों का अनुभव
छात्रों ने कहा- मेडिटेशन युवाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी
नए छात्रों के लिए चल रहा है इंडक्शन कार्यक्रम
रिपोर्ट योगेश श्रीवास्तव
गोरखपुर
गोरखपुर। प्रदेश के प्रतिष्ठित मदन मोहन मालवीय प्रौद्यगोकी विश्वविद्यालय ने हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर नए छात्रों के लिए तीन-दिवसीय मेडिटेशन कार्यक्रम का संचालन किया। यह कार्यक्रम 20 से 22 दिसंबर तक आयोजित किया गया, जिसमें 800 छात्रों ने हिस्सा लिया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान नए छात्रों ने मन का नियमन करने, मन की जटिलताओं को हटाने और स्वयं के भीतर से जुड़े रहने की तकनीकें सीखीं और उनका अनुभव भी किया। सत्र के दौरान हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के ट्रेनर विनोद अग्रहरि ने युवा छात्रों को बताया कि किस प्रकार मेडिटेशन की तकनीकें उनके करियर के लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकती हैं। इस अवसर पर प्रो. एस. के. सोनी, डीन, डिपार्टमेंट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स ने कहा कि यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए हार्टफुलनेस मेडिटेशन सत्र के आयोजन का मक़सद छात्रों के भीतर के तनाव को दूर करना और उनकी रचनात्मकता को उभरने के लिए ज़मीन तैयार करना है। तीन दिवसीय सत्र के समापन के बाद छात्रों ने इसके अनुभव को अभूतपूर्व बताया और कहा कि इससे उनका मन स्थिर और पूरी तरह शांत हो गया है। उन्होंने कहा कि वे इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएंगे, जिससे उन्हें पढ़ाई और करियर से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर हार्टफुलनेस संस्था से अरुण कुमार पाठक और महंत वर्मा भी मौजूद थे।