फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:माह-ए-रमजान 12 मार्च 2024 से शुरु हो चुका है आज 15 मार्च को रमजान का पहला जुमा है। इस्लाम में जुमा की नमाज की खास अहमियत है। वहीं रमजान में पड़ने वाले जुमे का महत्त्व और बढ़ जाता है।
सभी धर्म में सप्ताह के किसी दिन को विशेष माना जाता है.बात करें इस्लाम धर्म की तो इस्लाम में अल्लाह की इबादत करने के लिए शुक्रवार यानी जुमा को बेहद खास माना गया है। इस दिन मुसलमानों का नमाज अदा करना जरूरी होता है।
खासकर रजमान के पाक महीने में पड़ने वाले जुमे की विशेष अहमियत होती है। तो वहीं ऊंचा गांव जामा मस्जिद के इमाम मौलाना जमालुद्दीन ने बताया कि रमजान को इबादत और बरकत का पाक महीना माना गया है.इस पूरे महीने में मुसलमान रोजा भी रखते हैं.ऐसे में रमजान के महीन में रोजा रखकर जब रोजेदार जुमा की नमाज अदा करते हैं तो अल्लाह उनकी सभी मुरादों को पूरी करता है.इसलिए रमजान के महीने में पड़ने वाले शुक्रवार का महत्व और बढ़ जाता है।
तो वहीं ओल्ड़ फरीदाबाद मरकज मस्जिद के इमाम मूफ्ती मुस्तिजाबुद्दिन ने बताया कि इस साल रमजान के महीने में कुल 4 जुमा पड़ेंगे, और सभी मस्जिदों में सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं इस बार रमजान माह सुबह-शाम की ठंड के बीच में है और इस बार रोजे रखने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है। अल्लाह पाक ने साल में एक महीना इबादत व बरकतों का अता फरमाया है हम अल्लाह पाक से इस मुल्क की हिफाजत के लिए दुआ करेंगे।