फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के पांचवें पड़ाव पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बीजेपी-जेजेपी सरकार के खिलाफ जोरदार हुंकार भरी। इस मौके पर भारी भीड़ से गदगद पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘विपक्ष आपके समक्ष’कार्यक्रम को जनता की हाजिरी ने रैली में तब्दील कर दिया है। क्योंकि आज फरीदाबाद समेत पूरे हरियाणा की जनता बिजली संकट से परेशान है। इसलिए यह कार्यक्रम भी बिजली संकट विरोधी रैली में बदल गया है।अपने संबोधन की शुरुआत में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सबसे पहले सभी को मजदूर दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि श्रमिक और किसान दो ऐसे वर्ग हैं जिन्होंने देश का विकास किया है। कोरोना काल में भी यही दोनों वर्ग अपने काम पर लगे रहे, नहीं तो देश ठप हो जाता। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि मजदूर और किसानों के लिए हमेशा आवाज उठाएं और उनकी समस्याओं के लिए के निदान की खातिर संघर्ष करें। साथ ही उन्होंने ईद की भी अग्रिम बधाई भी दी।
हुड्डा ने चौधरी उदयभान को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हाईकमान ने एक कर्मठ,मेहनती और जमीन से जुड़े नेता को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी है। इस मौके पर हुड्डा ने प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की अदूरदर्शिता के चलते आज हरियाणा की जनता को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। जबकि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश में 4 पावर प्लांट और एक न्यूक्लियर प्लांट स्थापित किया था। हरियाणा में बिजली की उपलब्धता को उन्होंने 4 हजार से 11 हजार मेगावाट तक पहुंचाया था। आज भी हरियाणा को अधिकतम 8000-8500 मेगावाट बिजली की ही आवश्यकता है। लेकिन मौजूदा सरकार 8 साल बाद भी प्रदेशवासियों को बिजली मुहैया नहीं करवा पा रही। ऐसा इसलिए क्योंकि दूरदर्शिता के अभाव में सरकार ने हरियाणा के हिस्से की झाड़ली प्लांट से मिलने वाली 750 मेगावाट बिजली दिल्ली को दे दी।
नये पावर प्लांट लगाना तो दूर पहले से स्थापित पावर प्लांट से भी उत्पादन करना बंद कर दिया। सरकार को बिजली की समस्या पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए,ताकि लोगों को सच पता चल सके। सरकार बिजली संकट का समाधान करे,नहीं तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर उसका विरोध करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि 2005 से पहले हरियाणा में स्थिति ऐसी थी कि प्रदेश के विद्यार्थियों को पढ़ने और प्रोफेशनल कोर्स करने के लिए अन्य प्रदेशों में जाना पड़ता था। हमने हरियाणा को शिक्षा का हब बनाने की ठानी और देश व दुनिया के बेहतरीन विश्वविद्यालय, कॉलेज और उच्च शिक्षण संस्थानों को हरियाणा में स्थापित किया। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने अनुभव किया था कि जिस देश के खिलाड़ी अच्छे होते हैं, वो देश तरक्की करते हैं। इसलिए उन्होंने हरियाणा को खेलों का हब बनाने के लिए नीति बनाई, जो सफल साबित हुई।
ओलंपिक व अन्य खेल प्रतियोगिताओं में हरियाणा के खिलाड़ियों की उपलब्धियां इसका प्रमाण है। उनके कार्यकाल में हरियाणा विकास के हर पैमाने पर अव्वल था। लेकिन बीजेपी और जेजेपी ने 8 साल में प्रदेश की ऐसी स्थिति बना दी है कि आज स्कूलों में टीचर,अस्पतालों मे डॉक्टर,सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी और विकास के लिए खजाने में पैसे तक नहीं हैं। मौजूदा सरकार ने प्रदेश को करीब 3 लाख करोड़ के कर्ज तले दबा दिया है। क्योंकि यह सरकार चार्वाक की नीति पर चल रही है, जो कहती है ‘कर्ज लो, घी पियो’। लेकिन अब हरियाणा की जनता यह सब बर्दाश नहीं करेगी। जनसभा में मौजूद लोगों की भावना और उनके चेहरे के उत्साह को देखकर उनका दावा है कि हरियाणा में बदलाव की शुरुआत हो चुकी है,हरियाणा करवट ले चुका है। यह तो सिर्फ ट्रेलर है,आने वाले दिनों में हरियाणा पूरी फिल्म देखेगा।