रिपोर्ट ब्यूरो
जिला महिला अस्पताल में सांसद रवि किशन ने किया पालना का लोकार्पण
अपील की, लावारिस नवजात को पालना में छोड़े, बचेगा भविष्य
गोरखपुर। पालना प्यार का है, दुलार का, बेहतर भविष्य का है। इसलिए लावारिश
नवजात को फेंके नहीं हमें दें। भविष्य के निर्माण के लिए पालना सुरक्षित
है। नेकी के पालने में नवजात लावारिशों की जिदंगी बचेगी। यह बातें सांसद
रवि किशन ने सोमवार को महिला अस्पताल में पालना के लोकार्पण के मौके पर कही। कहा कि मां भगवती विकास संस्थान उदयपुर राजस्थान की यह पहल सराहनीय है।
इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है। इस नेकी के पालने से नवजात लावारिसों की जिदंगी तो बचेगी ही साथ ही उनका भविष्य भी संवरेगा। सांसद ने अपील की अगर कोई भी पालना में नवजात को छोड़ता है तो उसका नाम और पता न पूछे और न ही उससे कोई सवाल करें। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि अगर नवजात को इलाज की जरूरत होती है, तो तत्काल उनका इलाज शुरू करें, जिससे की नवजातों की जिदंगी को बचाया जा सके।
संस्थान के संस्थापक योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल ने बताया कि अनचाहे नवजात शिशु विशेष रूप से बेटियों को जन्म लेते ही डस्टबिन, झाड़ियों, नदी-तालाबों में फेंकने की या रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन जैसे असुरक्षित स्थानों पर छोड़ देने की घटनाएं अक्सर देखी जाती है। इस दौरान कई नवजातों की मौत हो
जाती है। ऐसे नवजात शिशुओं का जीवन बचाने एवं बनाने के उद्देश्य से जिला महिला अस्पताल में आश्रय पालना स्थल की स्थापना की गई है। सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि संस्था की पूरी मदद स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी।
इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया है। महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ एनके श्रीवास्तव ने बताया कि पालना में जो भी नवजात रखे जाएंगे, उनका पूरा ख्याल स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी। इसके लिए सभी
स्वास्थ्यकर्मी तैयार हैं। इस मौके पर जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ अंबुज, बीबी सिंह, अमरनाथ जायसवाल आदि मौजूद रहे।