फरीदाबाद से बी.आर.मुराद की रिपोर्ट
फरीदाबाद:मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज(एमआरआईआईआरएस) में मंगलवार को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन(एसआईएच)2023 के ग्रांड फाइनल का शुभारंभ हुआ।
प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार के इनोवेशन सेल (एमआईसी),अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और i4 सी की एक ओर से कराया जा रहा है।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. (डॉ.) टीजी सीताराम,विशिष्ट अतिथि एआईसीटीई वाइस चेयरमैन डॉ.अभय जेरे सहित एमआरईआई अध्यक्ष डॉ.प्रशांत भल्ला,एमआरईआई उपाध्यक्ष डॉ.अमित भल्ला,एमआरआईआईआरएस उप कुलपति प्रोफेसर (डॉ.)संजय श्रीवास्तव,उपकुलपति एमआरयू आईके भट और मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के निदेशक डॉ.उमेश दत्ता ने दीप जलाकर की। वहीं पहले दिन कार्यक्रम के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। सरकार की ओर से 19 से 23 दिसंबर तक देशभर के 47 नोडल केंद्रों पर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर श्रेणियों में प्रतियोगिता कराई जा रही है, जिसके लिए हरियाणा राज्य में मानव रचना को हार्डवेयर श्रेणी के तहत बतौर नोडल केंद्र चुना गया है।
इसके तहत विभिन्न संस्थानों से छात्र भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता का मकसद छात्रों को नवाचार के लिए मंच देना है जहां वे उन्नत तकनीकों और बेहतरीन विचारों के साथ समस्याओं के समाधान पेश कर सकें। संस्थान में आयोजित होने वाले इस कार्य़क्रम में देशभर के शैक्षणिक संस्थानों से कुल 31 टीमें हिस्सा ले रही हैं,जिनमें 200 से ज्यादा प्रतिभागी और मेंटर शामिल हैं। ये टीमें कुल छह समस्याओं के समाधान के लिए समाधान पेश करेंगी। हर श्रेणी में विजेताओं को 1 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
मानव रचना की भी दो टीमें राष्ट्रीय स्तर पर भाग ले रही हैं,जिनमें एक्वा फुटप्रिंट और प्रीफिक्स केयर टीमें शामिल हैं। पहली टीम हैदराबाद में जल शक्ति मंत्रालय और दूसरी टीम कर्नाटक में शिक्षा मंत्रालय की समस्याओं के समाधान पेश करेंगी। प्रो.(डॉ.)टीजी सीताराम ने मानव रचना को एसआईएच 2023 का नोडल केंद्र बनाए जाने के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज बड़ी संख्या में स्टार्टअप कंपनियां भारत से हैं और अनुसंधान व नवाचार में भारत शीर्ष 5 देशों में है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति(एनईपी-2020) और विकसित भारत अभियान योजनाओं पर काम करते हुए देश तेजी से आगे बढ़ सकता है। डॉ.अभय जेरे ने एसआईएच के उद्देश्यों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि ये एक राष्ट्रव्यापी पहल है,जिसका उद्देश्य छात्रों को समस्याओं के लिए समाधान खोजने को एक मंच देना है। उन्होंने कहा कि युवाओं में रचनात्मक तरीके से सोचने की क्षमता है। उन्होंने छात्रों से समस्याओं के नवीन समाधान लाने और देशहित में उन्नत विचारों को साझा करने की अपील की। डॉ.प्रशांत भल्ला ने कहा,“यह आयोजन सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है,बल्कि ये विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में नवाचार,तकनीक,आपसी सहयोग और एकजुटता की भावना का उत्सव है।
उन्होंने कहा कि हैकथॉन में युवाओं की बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता का हुनर दिखेगा जोकि कई समस्याओं के समाधान खोजने में मददगार साबित होगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। देर शाम माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के छात्रों और मेंटर्स को संबोधित करते हुए उन्हें देश के डिजिटल और नवाचार के अभियान में भागीदारी और प्रतिबद्धता पर बधाई दी।
उन्होंने कहा कि आज शैक्षणिक संस्थान अपने सहयोग के साथ देश की उन्नति की दिशा में काम कर रहे हैं जोकि सराहनीय है। उच्च शिक्षा संस्थान के छात्रों के लिए ये प्रतियोगिता साल 2017 से एसआईएच सॉफ्टवेयर और एसआईएच हार्डवेयर संस्करणों में आयोजित की जाती है। इस साल आयोजित कराए जा रहे ग्रांड फिनाले में 25 मंत्रालयों के 51 विभागों से प्राप्त 231 समस्या विवरण पेश किए हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर 12000 से ज्यादा प्रतिभागी इनके समाधान पेश करेंगे। इसकी मेजबानी के लिए 47 उच्च शिक्षण संस्थानों को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन नोडल सेंटर के रूप में चुना है।