अपराधियों को छोड़ने और सर्राफा मंडल अध्यक्ष से बदसलूकी करने का लगा आरोप।
कभी पूजा पाठ कराने वाले पंडित को पीटने का तो कभी किराएदार को जबरन घर मे घुसाने का लगता रहा आरोप।
आला अधिकारी भी नही करा रहे जाँच।
कहि इस सह के कारण न हो जाये मनीष गुप्ता जैसा कोई घटना।
ब्यूरो रिपोर्ट
गोरखपुर । अक्सर विवादों में रहने वाले आला पुलिस अधिकारियों के चहेते प्रभारी निरीक्षक राजघाट विनय कुमार सरोज पर अपराधियों की मदद करने और पीड़ित से बदसलूकी करने का आरोप लगा है।
मामला सर्राफा मंडल एवं रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पंकज गोयल से जुड़ा है, जिन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर को दिए अपने शिकायती पत्र के माध्यम से राजघाट थाना प्रभारी विनय कुमार सरोज पर गम्भीर आरोप लगाए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए अपने शिकायती पत्र में पंकज गोयल ने बताया कि 15 अक्टूबर रात्रि करीब 12:00 से 12:30 के बीच जब रामलीला कमेटी बर्डघाट के राघव शक्ति मिलन कार्यक्रम को संपन्न होने के उपरांत श्री रामचंद्र जी सहित मां सीता जी- भैया लक्ष्मण जी एवं हनुमान जी को विश्राम कराने हेतु बसंतपुर के ठीक सामने राकेश वर्मा के घर ले जाया जा रहा था तभी कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोग भीड़ में शामिल होकर हम से हाथापाई करने लगे । इस दौरान हम जो लगभग 42 ग्राम का चैन
गले में पहने थे अपराधियों ने छीन लिया विरोध करने पर अपराधियों ने हम पर जानलेवा हमला कर दिया । इस दौरान कुछ अपराधियों को हम लोगों ने मौके पर ही पकड़ लिया लेकिन एसओ राजघाट ने मय फोर्स मौके पर आकर उल्टे हम ही लोगों पर धौंस दिखाते हुए पकड़े गए अपराधियों को छोड़ने पर मजबूर कर दिया और उल्टे हमीं लोगों को डांटते हुए फर्जी केस में फंसाने की धमकी देने लगे । मामला सीसीटीवी कैमरे में है। पंकज गोयल ने अपने आरोप पत्र में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया है कि पूरे मामले को स्वयं संज्ञान लेते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी कर लूटी गई चेन बरामद कर एवं अपराधियों को संरक्षण देने वाले एसओ राजघाट एवं इनके टीम पर दंडात्मक कानूनी कार्रवाई अभिलंब करने की कृपा करें ।बताते चलें कि एसओ राजघाट पर यह कोई पहला आरोप नहीं है इससे पहले भी राजघाट थाना प्रभारी पर पूजा पाठ संपन्न कराने वाले पंडित जी को मारने पीटने समेत एक महिला के घर में रात के समय किराएदार को घर के अंदर दाखिल कराने हैं और गाली गलौज करने का आरोप लग चुका है। मामले की जांच भी हुई लेकिन नतीजा आज तक शून्य है।