गाजीपुर: सरकार को सालाना बीस करोड़ रूपये टैक्स के रूप में अदा करने वाली फर्म ने बड़े अखबार पर झूठी खबर छापने का गंभीर आरोप लगाया है। मामले की शिकायत गाजीपुर के जिलाधिकारी आर्यका अखौरी से की गयी है। आरोप है कि कतिपय शरारती तत्वों व कुछ दल के गैर जिम्मेदार लोगो की सह पर संस्थान को बदनाम किया जा रहा है। मामले में कड़ी कार्यवाही की जाय।
जिले के इण्डस्ट्रियल इलाके में डेढ़ दशक से राईस मिल के साथ-साथ सालवेन्ट प्लान्ट, पावर प्लान्ट चलाने वाले सेल एग्री कमोडिटीस लि0 में जिले के एक हजार लोगो को रोजगार मिला हुआ हैं। यहॅा बनने वाली बिजली प्रदेश सरकार की क्षेत्रीय विद्युत स्टेशन तलवल को दी जाती है। प्रक्रिया लगातार 15 वर्षो से जारी हैं। इसके साथ-साथ यह फर्म प्रदेश सरकार को टैक्स के रूप मंे हर साल बीस करोड़ रूपये का रिटर्न भी देती हैं। इस बात की जानकारी देते हुए फैक्ट्री के जे0एम0 प्रिन्स बाबी गक्खर ने जिलाधिकारी से मिलकर की गयी शिकायत में कहा है कि फर्म के लोग पंजाब प्रान्त से आकर यहॅा जिले में विनम्रता पूर्वक उद्योग चला रहे है। जिसका मूल कारण यहॅा की जनता व जिला प्रशासन का सहयोग है।
बावजूद इसके कतिपय लोगो की ओर से समय-समय पर निजी स्वार्थ से प्रभावित होकर समाचार पत्रों व निजी बेबसाइट पर भ्रामक समाचार प्रकाशित कराते रहते हैं। जबकि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड वाराणसी के मानक पर हमेशा फर्म खरा उतरती है। अगर कोई अनियमितता आती भी है तो समय रहते ही प्लांट की रिपेयरिंग की जाती है ताकि व्यवस्था या पर्यावरण में कोई असुविधा न हो। साथ ही प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड भी समय-समय पर निरीक्षण करता रहता है। रिपेयरिंग के बाबत ही 21 अक्टूबर से ही प्लांट का संचालन ठप है और निर्माण और मरम्मत का काम लगतार जारी हैं। ऐसे में दैनिक जागरण अखबार में 29 अगस्त को यह खबर प्रकाशित करा दी गयी कि फैक्ट्री से उड़ने वाली राख व धुंए से लोग बीमार पड़ रहे है और क्षेत्रीय गांव में रहना मुश्किल हो गया है।
श्री गक्खर ने जिलाधिकारी को दिये गये पत्र में कहा है कि सम्बन्धित सूचना के बाद अपने आप को बड़ा व खबरो की विश्वसनीयता के लिये जाना जाने वाला अखबार के संवाददाता ने मौके की जानकारी या किसी जिम्मेदार से बात भी करने की जरूरत नही समझी और भारतीय जनता पार्टी के कुछ कथित लोगो की सूचना पर गलत समाचार प्रकाशित कर दिया जिससे संस्था के सभी लोगो को काफी ठेस लगी है और इस तरह के झूठ से फर्म की विश्वसनीयता व जनकल्याणकारी कार्यो पर सवालिया निशान लग गया है। फर्म के लोगो ने अखबार में प्रकाशित खबर के साथ-साथ गाजीपुर की निजी बेबसाइट में प्रकाशित भ्रामक व अधूरी खबर का संज्ञान लेने की कृपा करें ताकि संस्थान को भ्रामक आरोपो से सुरक्षित किया जा सके और संस्थान का मनोबल प्रभावित न हो।
राकेश की रिपोर्ट