फरीदाबाद से खुशी वत्स की रिपोर्ट
फरीदाबाद:बीके चौक केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और बैंक कर्मचारियों की एसोसिएशन ने सोमवार और मंगलवार को भारत बंद करने का ऐलान किया है। इस हड़ताल के लिए सरकारी कर्मचारी और मजदूर बीके चौक पर एकत्रित हुए और इस हड़ताल के पीछे की मुख्य वजह बताइ,एक सरकारी कर्मचारी सुभाष लांबा का कहना है कि देश की दसवीं केंद्रीय ट्रेड यूनियन और अखिल भारतीय राज्य सरकारी कार्यकारी और तमाम केंद्र सरकारी कर्मचारी ने 2 दिन की हड़ताल का आह्वान किया है और यह हड़ताल देश को बचाने की हड़ताल है,पब्लिक सेक्टर को बचाने की हड़ताल है,संविधान को बचाने की हड़ताल है,संविधानिक संस्थाओं के ऊपर जो हमले हो रहे हैं उनको बचाने का सवाल है।
सरकारी कर्मचारियों का कहना है कि नेशनल मुद्रीकरण पाइपलाइन योजनाओं के नाम पर जो सरकारी भागों को बेचा जा रहा है उसको रोकना बेहद आवश्यक है,सरकारी कर्मचारी चाहते हैं कि ठेका प्रथा बंद हो,ठेका कर्मचारी पक्के किए जाए और जब तक पक्की नहीं होते सामान्य न्यूनतम उन्हें मिलती रहे,26000 न्यूनतम वेतन हो और जो पूंजी पतियों के हाथों में है,मजदूर विरोधी 4 लेबर कोर्ट बनाए हैं वह वापस हो।
पेट्रोल डीजल महंगाई पर रोक लगाई जाए और नेशनल मुद्रीकरण पाइपलाइन के नाम पर रेल,तेल पर सेल ना लगाई जाए उसे बंद किया जाए। कर्मचारियों का कहना है देश की प्राकृतिक संपदा को बेचना राष्ट्रवादी नहीं कहलाता। बता दे,अब तक 20 करोड़ से ज्यादा मजदूर और कर्मचारी इस हड़ताल से जुड़ चुके हैं।