मेवात:नूंह में हो रहे अवैध खनन को रोकने गए तावडू के डीएसपी पर खनन माफिया ने डंपर चढ़ा दिया। इससे घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई। यह वारदात मंगलवार दोपहर अरावली की पहाड़ियों में हुई। घटना की सूचना पाकर आईजी दक्षिणी जोन एम रविकिरण पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला मौके पर पहुंचे। और खनन माफिया व उसके गुर्गों को पकड़ने के लिए टीम बनाई। त्वरित कार्रवाई के कारण 4 घंटे के भीतर ही पुलिस आरोपियों से मुठभेड़ हुई। इसमें एक आरोपित को गोली लगने के बाद हिरासत में ले लिया गया है। आरोपित इकरार के घुटने में गोली लगी है।
वहीं अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज ने मामले में सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतक के स्वजन को एक करोड़ रुपए की सहायता और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह को मंगलवार सुबह सूचना मिली थी कि रात में अरावली की पहाड़ियों में पत्थर तोड़ने के बाद क्रशर तक पहुंचाने के लिए पंच गांव में कई डंपर लगाए गए हैं जानकारी मिलते ही डीएसपी अपने चालक और सुरक्षाकर्मी के साथ दोपहर करीब 12:00 बजे गांव के पहाड़ी क्षेत्र में पहुंचे। उन्हें पत्थर एक डंपर आता दिखाई दिया। वह वाहन से उतर कर उसे रोकने के लिए खड़े हो गए। पहले तो चालक ने डंपर रोका लेकिन पीछे से दूसरे डंपर में एक बोलेरो मैं सवार खनन माफिया ने कहा चढ़ा दो। इस पर चालक ने डंपर की गति बढ़ाते हुए डीएसपी सुरेंद्र सिंह पर चढ़ा दिया। चालक ने अन्य पुलिसकर्मियों को भी चपेट में लेने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई घटना के बाद डंपर चालक और बोलेरो में सवार सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
➡️ अवैध खनन रोकने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य होगा। अरावली को जाने वाले सभी मार्गों पर पुलिस चौकी स्थापित कर अत्याधुनिक हथियार से लैस पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। खनन माफिया और उसके साथियों को हवालात भेजकर अवैध खनन में प्रयुक्त उपकरण और वाहन जप्त किए जाएंगे।-मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हरियाणा सरकार.
➡️ मैंने कार्रवाई के सख्त आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़ेगी हम लगाएंगे। आसपास के जिलों की फोर्स भी लगाई गई है। खनन माफिया को बख्शेंगे नहीं । जल्द ही आरोपियों पकड़ लिया जाएगा। दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार शौक संतप्त परिवार के साथ है। सुरेंद्र सिंह ने जो बलिदान दिया है वह व्यर्थ नहीं जाएगा। गृह मंत्री अनिल विज।
▪️ आरोपित इकरार को घुटने में लगी गोली, अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की दबिश जारी
▪️ सीएम ने 10000000 रुपए और डीएसपी के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की
▶️ 31 अक्टूबर को होने वाले थे सेवानिवृत्त
हिसार के सारंगपुर गांव निवासी डीएसपी सुरेंद्र सिंह 12 अप्रैल 1994 को एसआई के पद पर पुलिस में भर्ती हो गए थे। इससे पूर्व वह पशुपालन विभाग में अधिकारी थे। इसी वर्ष 31 अक्टूबर को वह सेवानिवृत्त होने वाले थे। 29 जून 2020 से तावडू में डीएसपी के रूप में सेवा दे रहे थे। बता दें कि 4 महीने पूर्व डीएसपी के पिता और उनकी माता का 1 महीने के अंतराल पर देहांत हो गया था।
▶️ अतिरिक्त पुलिस बल के बिना पहुंचे थे डीएसपी
अवैध खनन की जानकारी मिलते ही डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिना अतिरिक्त पुलिस बल लिए मौके पर पहुंच गए थे। उन्हें खनन माफिया के दुस्साहस की उम्मीद नहीं थी। डंपर चालक और मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया उसका शायद इकरार उसी इलाके का रहने वाला है,जहां खनन हो रहा था। पुलिस के मुताबिक चालक को भी खेल लिया गया है। जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा।