(प्रमोद कुमार गर्ग)
बीगोद, 5 मार्च: बीगोद-भीलवाड़ा मेगा हाईवे पर बिना निर्देश बोर्ड के मोटर वाहन अधिनियम के तहत गलत चालान काटने से उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग द्वारा बेवजह ऑनलाइन चालान काटकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
गलत चालान और मानसिक उत्पीड़न
बुधवार सुबह करीब 11 बजे कार नंबर RAJ06 CD 3080 हाईवे से गुजरी, जिसकी गति 70-80 किमी प्रति घंटे के बीच थी। इसके बावजूद मोटर वाहन एक्ट के तहत ₹1000 का चालान काटकर उपभोक्ता को मैसेज भेजा गया। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर दिशा-निर्देश देने वाला कोई बोर्ड नहीं था, जिससे वाहन चालक नियमों से अनजान थे।
इसके अलावा, बिना किसी मानक के बनाए गए स्पीड ब्रेकर, खराब सड़कें और यातायात नियमों की स्पष्ट जानकारी न होने के बावजूद चालान काटना पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है।
विभाग द्वारा मानसिक उत्पीड़न का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग बिना किसी ठोस आधार के चालान जारी कर उपभोक्ताओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। इससे वाहन चालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, साथ ही बेवजह की कानूनी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ग्रामीणों की मांग:
गलत चालान काटने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
₹1000 का चालान तुरंत निरस्त किया जाए।
हाईवे पर स्पष्ट निर्देश बोर्ड और सही मापदंड के स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं।
खराब सड़कों की जल्द से जल्द मरम्मत हो।
उपभोक्ताओं को बेवजह परेशान करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो वे विभाग के खिलाफ आंदोलन करेंगे।